बक्सर खबर। भाजपा पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह संयोजक ओम प्रकाश भुवन ने कहा है, राजद के नेता प्रदेश के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। राजद नेता कह रहे हैं। हमने पंचायत चुनाव कराकर राज्य में उनको अधिकार प्रदान किया। लेकिन, वास्तविकता कुछ और है। प्रदेश में राजद का शासन 1990 से था। लेकिन, यहां पंचायत चुनाव नहीं हो रहे थे। जिसकी वजह से गांव, गरीब और किसान के विकास के लिए प्रदेश को मिलने वाला धन खर्च नहीं हो पाता था। 1993 के बाद यहां चुनाव करने का दबाव बढ़ा। तब भी सरकार ने उचित निर्णय नहीं लिया। कुछ लोग तो राज्य सरकार के खिलाफ न्यायालय में गए।
जब केन्द्र की अटल सरकार ने उसके लिए राज्य सरकार को बाध्य किया। तब जाकर प्रदेश में पंचायत चुनाव हो सका। वह भी जैसे तैसे। लेकिन, जब नीतीश की सरकार आई तब जाकर दलित, पिछड़ा वर्ग और महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिला। मौजूदा सरकार ने पंचायतों के लिए 13 व 14 वें वित्त के तहत विकास राशि उपलब्ध कराई। जिसका प्रभाव आज गांव-गांव में दिख रहा है। पंचायती राज को प्रभावी बनाने का श्रेय राज्य की एनडीए सरकार को जाता है। लेकिन, अब उसका श्रेय खुद लेने की होड़ में राजद भी शामिल हो गया है। भुवन का यह राजनीतिक हमला राजद के प्रदेश अध्यक्ष जदानंद सिंह के उस बयान को लेकर है। जिसमें उन्होंने पंचायती राज को राजद की देन बताया था।