बक्सर खबर (माउथ मीडिया)। गुरू इ मनई सब के इनाम देवे के चाही। जौन आफत में भी जुगाड़ जमा लेवे हैं। हम तो कहते हैं इस सबका नेशनल प्लानिग वाली टीम में शामिल करे चाही। इ सब जरूर कवनो जुगाड़ भिड़ा देगा। जेसे नोट के बरशा होगा। जीडीपी-सीडीपी सब चड़चड़ाने लगेगा। बतकुच्चन गुरू ने जब यह बातें आज शुक्रवार की सुबह मुझसे फोन पर कहीं तो मैंने हैरानी व्यक्त की। आपके कहने का क्या तात्पर्य है? मेरा सवाल सुन वे कहने लगे अरे गुरू हम देख रहे हैं। इ देश में एक से एक गुरु घंटाल है। आफत आया है। बहुते लोग परेशान हैं। लेकिन अइसन वकत में भी कुछ मिला लूटे के जोगाड़ में लगे हैं।
अब देखा, मुखिया सब मुंह के जाब लूट लिया, कोटा वाला सब अनाज लूट लिया। कहीं चाउर कम दिया कहीं चना खा गया। सबका ध्यान ए तरफ रहा। त अइसन में मोका देख कतना अफसर फर्जी काम गुपचुप कर दिया। जगहे-जगह हाला मचा है। जब पर्दा हटेगा तब पता चलेगा। कौन अफर कहां का खेला किया है।
थाना पुलिस कोरोना में फंसा तब केतना धुरूत सब दूसरा के जमीन पर कब्जा कर लिया। हम तो इस देख के दंग रह गए। कल तक मीडिया को गड़बड़ कहे वाला गुरूघंटाल सब पत्रकार बन गया। दलाल, नेता, अपराधी सब रंगा सियार माफिक मीडिया में घूस रहा है। तोहार जिला में भी कई मिला अइसन है। जवन रफेल उड़ा रहा है। जवन मिला लड़-भिड़ के नेता बना। उ सबका त होश उड़ा है। काम धाम सब बंदे है। जवन फंड-वंड मिलता है। ओके सरकारे सब ले ली है।
जवन सब के जिम्मेवारी मिला है। उस सब खा पी के चट करे में लगा है। एक से एक जोगाड़ लगाया है। सरकार लोगन के काम देवे में जुटी है। उ सब ओके चट करे में लगा है। बनिया सब सामान के दाम बढ़ा के जनता के चूस रहा है। अउर त अउर इ सब जौन आलू बेचे है। उहो रोज रेट बढ़ा रहा है। इ सब जनता के लूट रहा है। बतकुच्चन गुरु की बाते सुन मैं भी हंस पड़ा। सच ही कह रहे हैं। कुछ लोग तो ऐसे जरु हैं। जो आफत को अवसर बनाकर जनता को लूट रहे हैं।
माउथ मीडिया बक्सर खबर का साप्ताहिक व्यंग कालम है। जो शुक्रवार को प्रकाशित होता है।