-अप्रैल से दिसम्बर 20 तक के लिए व्यवस्था लागू
बक्सर खबर। अभिभावकों की मांग पर जिलाप्रशासन ने बुधवार को निजी स्कूलों की बैठक बुलायी थी। समाहरणालय सभा कक्ष में हुई अहम बैठक में अभिभावक संघर्ष मोर्चा और निजी स्कूलों के प्राचार्य सभी शामिल हुए। डीएम अमन समीर स्वयं उपस्थित रहे। साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया गया था। बैठक में यह तय हुआ। अप्रैल से दिसम्बर 20 तक अभिभावक सिर्फ ट्यूशन फीस ही देंगे। उनसे अन्य किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा।
कोरोना काल के पूर्व से जिसका बकाया है। वह उसके अनुरुप देय होगा। इस दरम्यान कोई स्कूल पुन: नामांकन का शुल्क नहीं लेगा। जिसको लेकर अभिभावकों की गहरी नाराजगी थी। स्कूल वाले प्रत्येक वर्ष बच्चे का री एडमीशन करते हैं। डीएम अमन समीर की पहल पर एक समझौता पत्र बना। जिस पर अभिभावक संघ एवं स्कूल प्रबंधन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त हस्ताक्षर किए।
क्या लिया गया निर्णय
बक्सर खबर। बैठक में जो सहमती बनी। उसके अनुसार अभिभावक चार चरण में शुल्क जमा करेंगे। अप्रैल व मई की फीस 30 सितम्बर तक, जून व जुलाई की फीस अक्टूबर तक, अगस्त व सितम्बर की फीस नवंबर तक एवं अक्टूबर, नवम्बर व दिसम्बर की फीस 31 दिसम्बर तक। सहमती यह भी बनी कि अगर दिसम्बर के बाद भी स्कूल पूर्ववत नहीं हुए तो यह समझौता मार्च तक के लिए प्रभावी होगा। जिस स्कूल ने अभिभावकों से फीस जमा करा ली है। उनका इस नियम के अनुसार अगले माह के शुल्क में समायोजन करना होगा। जिन लोगों ने कोरोना से पहले की फीस बाकी रखी है। वे 30 सितम्बर तक उसका भुगतान कर दें। पाठकों की सुविधा के लिए नीचे पत्र की तस्वीर दी गई है।
अभिभावक संघ ने जताया हर्ष, डीएम को कहा धन्यवाद
बक्सर खबर। बैठक में शामिल हुए अभिभावक संघर्ष मोर्चा के लोगों ने इस निर्णय लिए जिलाधिकारी अमन समीर को धन्यवाद दिया। उनका कहना था। लॉकडाउन में जो परेशानी हम लोगों ने झेली है। उसको सबसे बेहतर अगर किसी ने समझा तो यहां के जिलाधिकारी ने। इस कार्य के लिए उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। बैठक में अभिभावक मोर्चा के निसार अहमद, देवेन्द्र सिंह, राजेश कुमार, सुभाष राय, संगीता कुमारी, अनु सिंह, सरिता सिंह, नीलू कुमारी, अनिता कुमारी आदि शामिल रहे।
डुमराव कैंब्रिज कितना मासिक फीस कम किया गया है इस पर ध्यान देना जरूरी है