-सड़क पर बहते पानी को दिखाया गया नाली का रास्ता
बक्सर खबर। पांच दिसम्बर से बक्सर का जगत विख्यात पंचकोश मेला प्रारंभ होने वाला है। इसका पहला पड़ाव होता है अहिरौली गांव। जहां मांता अहल्या का उद्धार हुआ था। लेकिन, मेले के पहले पड़ाव का मुख्य रास्ता नाली के पानी से बजबजा रहा था। बक्सर खबर ने पिछले दिनों तस्वीर के साथ यहां का हाल बयां किया था। क्या नाली का पानी अहिरौली के साथ बक्सर को एक और दाग देगा। हमारी खबर का असर कहें या प्रशासन की सजगता। यहां तीन-चार दिनों से काम चल रहा था।
नालियों की आवश्यक सफाई कर पानी को सही रास्ता दिखाया गया। आज अगर पंचकोशी परिक्रमा का समय नहीं होता। तो शायद यहां के मुख्य पथ पर नाली का बहता पानी ही देखने को मिलता। वैसे इस गांव में स्थित अहल्या मंदिर का समूचित उद्धार तो नहीं हुआ। लेकिन, मंदिर के यहां होने की वजह से इस गांव का एक बार फिर उद्धार जरुर हो गया है। इस समस्या को हम तक पहुंचाने वाले शिक्षक नेता यतिन्द्र चौबे ने बताया कि पानी अब सड़क पर नहीं बह रहा। सड़क में उभरे गड्ढ़ों को भी पाट दिया गया है।