– दवा जांच और ओटी का खर्च अभी भी खड़ा है सामने
बक्सर खबर। मानवता से बढ़कर कुछ नहीं। बुधवार को यह बात सच साबित हुई। बीमार संतोष पासवान की खबर पढ़कर विश्वामित्र हास्पिटल के डॉक्टर राजीव झा ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया। उनकी पहल पर हमने रिपोर्ट दिखायी। जिसे देखकर यह ज्ञात हुआ कि उसकी किडनी में घाव बन चुका है। जहां मवाद भी बन रही है। डॉक्टर ने कहा मैं ऑपरेशन की व्यवस्था कर सकता हूं। लेकिन अस्पताल के बाहर होने वाली जांच और दवा का खर्च आपको उठाना होगा।
उन्होंने एक सर्जन डाक्टर आशीष तिवारी से भी बात कराई। जो बाहर से उपचार के लिए आएंगे उन्होंने भी फीस नहीं लेने की बात कही है। लेकिन उन्हें आने-जाने का खर्च देना होगा। कुल मिलाकर संतोष को किडनी में Psoas abscess की बीमारी है। ऑपरेशन मेजर है। उसके परिवार में ऐसे सदस्य नहीं जो उसे लेकर कहीं और बाहर जाएं। मर्ज को देखते हुए उसे फिलहाल विश्वामित्र अस्पताल में दाखिल कर दिया गया है। आज गुरुवार को उसकी कुछ प्रमुख जांचे होनी हैं। जैसे सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड एवं अन्य।
सब कुछ ठीक रहा तो अगले दो दिनों में उसका ऑपरेशन भी होगा हमें उम्मीद है उसकी मदद के लिए कुछ और लोग आगे आएंगे। वही इस उपचार में सबसे बड़े सहायक बने विश्वामित्र अस्पताल के डॉक्टर राजीव झा ने कहा मैं अपने अस्पताल में आज से गरीब रोगियों के लिए सात बेड फ्री करता हूं। उस वार्ड का नाम भी विश्वामित्र वार्ड होगा। जो व्यक्ति किसी निर्वाचित जन प्रतिनिधि अथवा किसी सामाजिक संगठन के द्वारा रिकमेंड होगा। उसके लिए अस्पताल में कोई शुल्क देय नहीं होगा।
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