-51 वें सिय-पिय मिलन महोत्सव में पहुंचे अनेक संत महात्मा
बक्सर खबर। बक्सर का विख्यात सीता राम विवाह महोत्सव रविवार को राम कलेवा के साथ संपन्न हो गया। इससे पूर्व शनिवार संध्या वेला में राम विवाह की प्रकिया पूरी हुई। जिसे देखने श्रद्धालुओं का जमावड़ा नया बाजार आश्रम पहुंचा। पिछले 51 वर्ष से यह परंपरा चली आ रही है। जिसे कभी खाकी बाबा महाराज ने प्रारंभ किया था। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद उनके प्रिय शिष्य श्रीमननारायण दास भक्तमाली ने उस परंपरा को बनाए रखा।
लेकिन, उन्होंने इसे इतना विराट स्वरुप दिया कि बक्सर का सीता राम विवाह महोत्सव पूरे देश में धीरे-धीरे विख्यात हो गया। दस दिन तक चलने वाले उत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से लोग प्रत्येक वर्ष आते हैं। कभी दस दिन तो कभी आठ दिन की कथा होती है। पिछले वर्ष संत मुरारी बापू यहां आए थे। इस वर्ष जयकांत शास्त्री जी ने वाल्मीकि रामायण की कथा सुनायी।
उत्सव के आठवें दिन इसका समापन हुआ। वहीं शनिवार की रात विवाह उत्सव में कोविड के नियमों का अनुपालन करते हुए आयोजन को सीमित कर दिया गया था। बावजूद इसके परंपरा का निर्वाह करने वालों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी एकत्र हुए। क्योंकि उन्हें एक वर्ष तक इसका इंतजार रहता है। तस्वीरों में आप उत्सव का आनंद ले सकते है। आश्रम के महंत राजा राम शरण जी के सानिध्य में 51 वें वर्ष परंपरा का निर्वहन हुआ।