-जल निकासी की समस्या के लिए सरपंच के पति ने दायर की थी याचिका
बक्सर खबर। गांव शहर बनने की राह पर चल पड़ा। नतीजा हालात नरकीय हो गए। इसका एहसास पांडेय पट्टी के लोगों को हर बसात में होता है। उपर से गांव की गलियों का अतिक्रमण। नीम के पेड पर करैले वाली बात हो गई। समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ने भी कवायद की। लेकिन, समाधान मुश्किल हो चला था। क्योंकि यहां पास से रेल पटरी होकर गुजरती है। उसी के किनारे चाट में पानी बह जाया कर जाता था। लेकिन, वहां भी लोगों ने घर बना लिए हैं।
जो जगह बची है। उसमें रास्ता बन गया है। इसको लेकर पांडेयपट्टी के सरपंच पति संजय कुमार तिवारी ने उच्च न्यायालय में शिकायत की थी। जिसमें न्यायालय ने दो माह का समय रेलवे और जिला प्रशासन को दिया था। तय समय समाप्त होने को आया तो रेल प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी। सोमवार को पांडेय पट्टी के इलाकों में जेसीबी से रास्ते की खुदाई शुरू की गई। जिससे जल निकासी के लिए पर्याप्त मार्ग बनाया जा सके। लेकिन, अतिक्रमण करने वालों पर अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो समस्या जस की तस रहेगी। भले ही आज कोरम पूरा किया जा रहा है।