विधयका सब का कर रहा है हो …!

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– ढूंढ रहे है अपने लिए काम 
बक्सर खबर (माउथ मीडिया)। बतकुच्चन गुरु मिले तो बड़े परेशान से थे। मुझे पूछने की जरुरत नहीं पड़ी। स्वयं ही इशारे से बुलाया और पूछते हुए बोले। तीन महीना गुजर गवा है। गुरू हमारा न बुझा रहा है। जौन मनइ सब बड़का-बड़का विधायक लिख के घूम रहा है उ करता का है। कवनो काम-धाम उ लोगन के जिम्मा तो है नहीं। चुनाव लड़े से पहिलवा लंबा-लंबा भाषण दे रहा था सबे। लेकिन, उ सब के कवनो काम तोहे दिखाई पड़ा हौ।

किसान के धान नहीं खरीदाया। कवनों अइसन नहीं दिखा। जौन लगातार पांच-दस दिन पैक्स गोदाम पर जाकर घंटा दो घंटा धान खरीदवाता। सब के सब भौकाल बना के गाड़ी, घोड़ा में घूम रहा है। सुन रहे हैं इस सब तीन महीना से गांव-गांव पूछार कर रहा है। लेकिन, इसब से ज्यादा मुखिया सब काम कर रहा है। बीमार होवे वाला के गाड़ी पर बइठाता है। अस्पताल ले जाता है। सौ-पचास दवाइयो ला खर्चा करता है।

एगो मनई कह रहा था, विधायक सब भी मुखिया के चुनाव लड़े के तैयारी कर रहा है। उनकी यह सुन हंस पड़ा। बतकुच्चन गुरू ने मुझे समझाते हुए कहा गुरु हंसो नहीं। हमरा कहे के इ मतबल है कि इस सब नया काम ढूंढ लिया है। अब मुखिया के चुनाव में गोटी बइठा रहा है। कहां कौन चुनाव लड़ेगा। ओकरे बदे चाल-चउतरा बना रहा है। कुछ दिन बदे इस सब के नया काम मिल गया है। फिर क्या था उनकी बात सुन हम दोनों हंस पड़े और अपने-अपने रास्ते चल पड़े।
नोट-माउथ मीडिया बक्सर खबर का साप्ताहिक व्यंग कालम है। जो प्रत्येक शुक्रवार को प्रकाशित होता है।

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