-मौनी अमावस्या पर लाखों लोगों ने किया गंगा स्नान
-नेपाल की टोली भी ले जाती हैं यहां से गंगाजल
बक्सर खबर। मौनी अमावस्या का स्नान करने लाखों की संख्या में श्रद्धालु गुरुवार को बक्सर पहुंचे। शहर के सभी घाट स्नानार्थियों की भीड़ से पट गए। कहीं कोरोना का नामोनिशान नहीं दिखा। ऐसा लग रहा था मानो लोग कोरोना का रौंद देंगे। पूछने पर श्रद्धालु भड़क जा रहे थे। पूरा शहर घंटो श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे कराहता रहा। हालांकि अनुमंडल प्रशासन ने एक दिन पहले हर चौक चौराहे पर पुलिस की तैनाती कर दी थी।
बावजूद इसके बुधवार की रात से ही श्रद्धालुओं का काफिला बक्सर पहुंचने लगा था। किला मैदान तो वाहनों से पूरी तरह पट गया था। अकेले रामरेखा घाट पर लाखों लोगों ने स्नान किया। वहीं गंगा-ठोरा के संगम से लेकर सारीमपुर घाट तक हर जगह बेशुमार लोगों की भीड़ देखी गई। बक्सर के प्रमुख मेले में मौनी अमावस्या का स्नान शामिल हैं। इस तिथि को नेपाल से भी हजारों लोग स्नान करने आते हैं।
जो अपने साथ बड़ी-बड़ी कांवर लेकर चलते हैं। गंगा जल लेकर यहां से पारसनाथ मंदिर तक जाते हैं। उनकी भी टोली नाथ घाट और रामरेखा घाट पर देखी गई। पंडित नरोत्तम द्विवेदी ने बताया कि जैसा कि शास्त्रों में वर्णन है। सिद्धाश्रम में 84 हजार ऋषि तप किया करते थे। इस लिए यह पुण्य क्षेत्र कहा जाता है। इस दिन मुनी की तरह आचरण रखते हुए मौन व्रत का पालन कर गंगा स्नान का विधान है। ऐसा करने से लोग शुद्ध चित्त के हो जाते हैं। यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है।