-जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत है चरितार्थ
बक्सर खबर। उत्पाद विभाग जब्त वाहनों की नीलामी आए दिन करता है। समय-समय पर इस प्रकिया में भी गोलमाल की शिकायत मिलती है। आज 2 मार्च को भी जब्त वाहनों की नीलामी हो रही थी। जिसमें सदर विधायक की स्कार्पियों शामिल थी। पिछले वर्ष सिमरी थाने की पुलिस ने जब्त किया था। विभाग ने इस गाड़ी का मूल्य 6 लाख 50 हजार रुपये तय किया था। नीलामी शुरू हुई तो इसकी बोली महज 6 लाख 56 हजार में फाइनल हो गई। अर्थात सिर्फ 6 हजार रुपये उच्च मूल्य में नीलामी हो गई। इसके कहते हैं जिसकी लाठी उसकी भैंस।
शायद ऐसे वक्त के लिए कहावत बनी हो। ऐसी ही एक नीलामी पिछले माह हुई थी। सोनवर्षा थाने में जब्त स्कार्पियो जिसका मूल्य साढे चार लाख आंका गया था। उसकी बोली दस लाख पहुंच गई थी। तो फिर सवाल उठता है, साढ़े चार वाली दस लाख में, साढ़े छह वाली मात्र छह हजार में। हालांकि बोली लगाने वालों ने आपस में खेल कर लिया तो विभाग क्या करेगा। हालांकि थानों और उत्पाद विभाग द्वारा जब्त वाहनों की कहानी अजब-अजब है। किसी की बैटरी गायब, किसी का टायर। लेकिन, साहब यह गाड़ी तो हिफाजत से रखी गई थी।