-मनरेगा के तहत बनायी जाएगी स्कूलों की टूटी चारदिवारी
-सभी स्कूलों भूमि अभिलेख तलब, हटाया जाएगा अतिक्रमण
बक्सर खबर। शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षा बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई। जिलाधिकारी अमन समीर इसकी अध्यक्षता कर रहे थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया कि जिला के सभी विद्यालयों का विद्यालय में ही विद्यालय की पूर्ण विवरणी तैयार करावें। जिसमें विद्यालय से संबंधित मूलभूत जानकारी रहेगी। जैसे विद्यालय कब स्थापित हुआ? विद्यालय की कितनी जमीन है? शिक्षकों एवं छात्रों की संख्या एवं अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे पूर्ण जानकारी रहेगी?
अगर विद्यालय की जमीन का अतिक्रमण किया गया तो संबंधित अंचलाधिकारी के पास अतिक्रमणवाद दायर करना होगा। जिला पदाधिकारी ने अतिक्रमण पर सख्त रूख अपनाते हुए कहा कि अगर क्षेत्र भ्रमण के दौरान अतिक्रमण का मामला प्रकाश में आएगा एवं संबंधित प्रधानाध्यापक द्वारा तथ्य छुपाया गया होगा तो कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई उनके विरूद्ध की जाएगी। अगर जमीन का कागजात विद्यालय में नहीं होगा तो संबंधित अंचलाधिकारी से जानकारी प्राप्त करनी होगी। उप विकास आयुक्त महोदय ने बैठक में जानकारी दी कि मनरेगा से विद्यालयों में चहारदीवारी का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।
जिस किसी भी विद्यालय में चहारदीवारी की आवश्यकता है, उसकी सूची अविलम्ब उपलब्ध करा दें ताकि वहां चहारदीवारी का निर्माण कार्य करवाया जा सके। राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में विद्यालयों में विशेष नामांकन अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए छह वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों को विद्यालयों मे नामांकन हेतु संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को अपने विद्यालय के अगल-बगल के क्षेत्रों की जानकारी लेते हुए छूटे हुए बच्चों का नाम विद्यालयों में करवाने को कहा गया। सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को इस अभियान का सूक्ष्म अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया। इसके पश्चात 5वीं कक्षा से 6वीं कक्षा में जाने वाले बच्चों के नामांकन पर नजर रखते हुए इसे शत-प्रतिशत करवाने का सख्त निर्देश दिया गया।
8वीं से 9वीं कक्षा में जाने वाले बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन हेतु अभिभावकों के साथ बैठक करने का निदेश दिया गया। विद्यालयों में बच्चों में मास्क पहनने को प्रवृति बनी रहे इसके लिए विद्यालयों का जिला स्तर से पदाधिकारियों की टीम निरीक्षण के लिए भेजी जा रही है। सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय शिक्षा पदाधिकारी को भी विद्यालयों का नियमित निरीक्षण कर मास्क की जांच करने को कहा गया। विद्यालयों में साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया। निरीक्षण के क्रम में यह सुनिश्चित करें कि विद्यालय में शौचालय उपयोग के लायक है या नहीं।
शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को निरीक्षण के उपरान्त स्पष्ट रूप से टिप्पणी में शिक्षा के सुधार के लिए उनके द्वारा क्या प्रयास किया गया इसका स्पष्ट उल्लेख करने को कहा गया। शिक्षक नियोजन की जांच के क्रम में संबंधित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन की समीक्षा के क्रम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा बताया गया कि नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी विभाग द्वारा की जा रही है। निगरानी विभाग को कुल 5527 शिक्षकों के विरूद्ध 4260 फाईल फोल्डर उपलब्ध करा दिया गया है। शेष को भी उपलब्ध करवाने की कार्रवाई की जा रही है। जिले के सभी प्रखण्डों मे कार्यरत कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने का निदेश जिला पदाधिकारी महोदय ने दिया।
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय के भवन का रंग-रोगन, साफ-सफाई के साथ उसमें अच्छे आवासन के पौष्टिक औहार की व्यवस्था, संध्याकालीन कक्षा, सुरक्षा, के साथ मनोरंजन हेतु टी0वी0 की व्यवस्था एवं जानकारी हेतु इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराने हेतु निदेशित किया गया। विद्यालयों में बा ला कॉन्सेप्ट के आधार पर वर्ग कक्ष तैयार करने की समीक्षा की गई। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा द्वारा बताया गया कि अब तक 71 विद्यालयों में बा ला पेंटिग की गई है। जिला पदाधिकारी महोदय ने प्राथमिक/माध्यमिक/उच्च विद्यालयों में पढाई के हिसाब से ज्ञानवद्र्धक जानकारी को आकर्षक ढंग से बा ला पेंटिग के जरिए प्रदर्शित करने को कहा। ताकि सकारात्मक माहौल में बच्चों का बौद्धिक विकास हो। बैठक के दौरान जिले के वरीय पदाधिकारी व शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे।