-लॉकडाउन का दिखा प्रभाव, लुकछीप कर लोगों ने किया स्नान
बक्सर खबर। गंगा दशहरा अर्थात गंगा के अवतरण का दिन। बक्सर से पतित पावनी गंगा के अवतरण का अतीत जुड़ा हुआ है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान वामन जिनका जन्म बक्सर में हुआ था। उन्हीं के चरण से निकल कर ब्रह्मा जी के कमंडल मे समाई थीं। जिसकी वजह से गंगा का पहला नाम विष्णु पद्दोदकी है। उन्हें के अवतरण दिवस को गंगा दशहरा कहा जाता है। इस तिथि को छोटी काशी अर्थात बक्सर में स्नान का बड़ा मेला होता है।
लेकिन, मौजूदा संक्रमण का प्रभाव इस स्नान पर भी देखने को मिला। प्रशासन ने 20 जून शहर के प्रमुख घाटों पर सिपाही और दंडाधिकारियों की तैनाती कर रखी है। इस वजह से आने वाले श्रद्धालुओं को समस्या का सामना करना पड़ा। या यूं कहें कि आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस ने लौटा दिया। वैसे हर बार की अपेक्षा इस वर्ष गिनती के लोग ही ग्रामीण इलाकों से पहुंचे। शहर के सबसे महत्वपूर्ण पौराणिक रामरेखा घाट पर ऐसे नजारे देखने को मिले। मुख्य गेट से लेकर घाट तक पुलिसकर्मी और पदाधिकारी जगह-जगह तैनात दिखे। जो घाट तक जाने वालों को रोक रहे थे। हालांकि लोग कम आए थे। क्योंकि दो दिन पहले सदर एसडीओ ने नोटिस जारी कर लोगों को आगाह कर दिया था।