-अब नही लगाना पड़ेगा कार्यलय का चक्कर
-तीसरी आँख करेगी दस्तावेज और कार्यालय की निगरानी
-जमीन विवाद के मामले होंगे कम ,कही भी ऑनलाइन देख सकते है जमीन के कागजाद
बक्सर खबर | डुमराँव अंचल वासियों के लिए अच्छी खबर है । अब जमीन से संबंधित किसी भी प्रकार का दस्तावेज हो या नक्शा के लिए उन्हें इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा । अर्थात प्रखंड मुख्यालय जिला मुख्यालय वगैरह का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा । अब उन्होंने सभी 28 प्रकार के कागजाद एक ही छत के नीचे मामूली शुल्क पर मिल जाएगा । ऐसे कहा जा रहा है । जो कि लोगों को मामूली शुल्क में ही 28 तरह के जमीन राजस्व के नक्शा एटा दस्तावेज उपलब्ध हो सकेगा। इसके लिए डुमराव अंचल परिसर में पूर्व से बने एक बिल्डिंग में आधुनिक अभिलेखागार सह डाटा केंद्र(माडर्न रिकार्ड रूम ) स्थापित किया गया है । हालांकि या केंद्र कब से चालू होगा इस पर संशय बना हुआ है लेकिन तैयारी पूरे जोरों शोरों से की जा रही है वहीं विभागीय अधिकारी के द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि कभी भी इस केंद्र का शुरुआत हो सकता है ।इसकी तैयारी में सभी जुटे हुए हैं। अंचल परिसर में बने इस आधुनिक रिकॉर्ड रूम की सेवा का लाभ आम जनों के द्वारा शुल्क देकर निश्चित समय के अंदर लिया जा सकता है ,हालांकि इस कार्यालय के लिए कंप्यूटर और फर्नीचर 1 वर्ष पूर्व ही अंचल कार्यालय में लाकर रख दिया गया है।
-न्यूनतम शुल्क पर मिलेगा कागजाद
आधुनिक अभिलेखागार डाटा का केंद्र पर विभागीय सूत्रों की मानें तो रजिस्टर टू खतियान इत्यादि सभी राजस्व दस्तावेज काफी अभिलेखागार से हासिल करने के लिए आवेदक को 10 से ₹50 के बीच शुल्क देना होगा वही जीरो साइज के पेपर पर उपलब्ध होने वाला मानचित्र भी इन अभिलेखागार में उपलब्ध रहेगा। बताया जाता है कि इसके लिए ₹150 प्रति सीट की दर से शुल्क देना होगा।
तीसरी आंख करेगी सारा कामकाज की निगरानी
अंचल परिसर में पूर्व से बने एक बिल्डिंग को ही आधुनिक अभिलेखागार का डाटा केंद्र का भवन बनाया गया है। जिस पर लाखों रुपए के उपकरण इस डाटा केंद्र पर खरीद की गई है । यहां पर सारा काम का सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगा अभिलेखागार में अंचल स्तर पर सृजित होने वाले अभिलेख आदि को संरक्षित रखा जाएगा। वही दस्तवेज की ओरिजलन कॉपी स्कैन कर इस अभिलेखागर मे एक फोल्डर बना कर रखा जाएगा। यह बिल्डिंग पूरी तरह से कम्प्यूटर लेस होगा ।
-जमीन विवाद में कमी लाने के लिए सरकार ने उठाया कदम
सरकार द्वारा इस केंद्र का निर्माण भूमि में जुड़े अभिलेखों को रखने के लिए किया गया है । मालूम हो कि अपराधिक घटनाओं और समस्याओं की बड़ी वजह भूमि विवाद ही माना जा रहा है। सरकार भूमि से जुड़े सभी अभिलेखों को ऑनलाइन करने जा रही है । ऑनलाइन से लाभ यह होगा कि कोई भी कहीं से अपनी जमीन के बारे में जानकारी ले सकता है जमीन का पूरा विवरण वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा । जमीन का ब्यौरा उपलब्ध होने के बाद लोगों को खाता पुस्तिका भी उपलब्ध करा दी जाएगी ।इस केंद्र से नक्शा भी लिया जा सकता है। सरकार के इस पहल से जमीन विवाद से संबंधित अपराधिक घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।
कहते है अंचलाधिकारी
डुमराँव अंचालधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि आधुनिक रिकार्ड रूम अंचल परिसर में है । अभिलेखागर में आधुनिक मशीन और फर्नीचर एक वर्ष पहले से ही लाकर कार्यलय ने रखा हुआ है । इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा ।