-जलमग्न हुआ दियारा का इलाका, कानपुर में थमा पानी
बक्सर खबर। गंगा का जलस्तर पांच दिनों से खतरे का निशान के उपर बह रहा है। इस वजह से जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं। गुरूवार की दोपहर एक बजे जिले में गंगा का जलस्तर 61.02 मीटर आंका गया। हालांकि पानी बढऩे की रफ्तार धीमी हुई है। केन्द्रीय जल आयोग के सहायक अभियंता नीलबरन ने बताया कि आज तीन घंटे में एक सेंटी मीटर की बढ़त दर्ज की गई है। जो एक दिन पहले लगभग एक सेमी प्रति घंटे था।
लेकिन, खतरे के निशान से उपर होने के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। गुरुवार की सुबह चौसा के पास बक्सर-सासाराम पथ पर पानी चढ़ गया। हालांकि सड़क का कुछ ही हिस्सा पानी में डूबा है। इस वजह से परिचालन बंद नहीं हुआ है। लेकिन, चौसा-मोहनियां पथ पर तीन दिन पहले से आवागमन रोक दिया गया है। गंगा के बढ़ाव के कारण सहायक नदियां उफान पर हैं। इस वजह से कर्मनाशा, धर्मावती व ठोरा व काव नदी के तटवर्ती इलाकों में पानी फैल गया है।
इस बीच खबर आई है कि कानपुर में पानी का बढऩा थम गया है। इलाहाबाद के पास गंगा में मिलने वाली जमुना का बढ़ाव भी घटकर आधा सेंटी मीटर प्रति घंटा रह गया है। ऐसी स्थिति में अनुमान लगाया जा रहा है कि शुक्रवार तक यहां भी पानी का बढऩा रुक जाएगा। लेकिन, जब तक जलस्तर खतरे के निशान से नीचे नहीं आता। राहत की उम्मीद नहीं की जा सकती। गुरुवार को जिलाधिकारी अमन समीर, एसपी नीरज कुमार सिंह मौके का जायजा लेने के लिए चौसा गए थे। उन्होंने चौसा-मोहनिया पथ पर बैरिकेटिंग बढ़ाने का निर्देश दिया। साथ ही प्रभावित गांवों में अधिकारियों को दौरा करने का निर्देश दिया।