-शिक्षा, समानता व रोजगार की हुई वकालत
-वक्ताओं ने कहा नई शिक्षा नीति के नाम पर खत्म किया जा रहा आरक्षण
बक्सर खबर। आइसा का चौदहवां दो दिवसीय राज्य सम्मेलन बक्सर में शुरू हो गया है। दो दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम में पहले दिन वक्ताओं ने शिक्षा, समानता व रोजगार की वकालत करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। इस दौरान आइसा के सदस्यों ने स्टेशन से ज्योति चौक तक पैदल मार्च निकाला। अंबडेकर और ज्योति प्रकाश एवं भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए भाकपा माले के केंद्रीय कमेटी के सदस्य कॉमरेड अभ्युदय ने कहा कि आइसा के नौजवानों को भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ना है। वर्तमान सरकार नयी शिक्षा नीति को लागू कर के बड़े गरीब तबके को शिक्षा से वंचित कर रही है। तीन नए कृषि कानूनों को लागू कर के देश के खेती को कॉर्पोरेट के हाथों बेच रही है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अगियावं के माले विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि सरकार लोगों को न सस्ती शिक्षा दे रही है न अच्छा स्वास्थ्य दे रही है। सीपीआई के नेता तथा बक्सर के पूर्व सांसद तेज नारायण यादव ने कहा कि हमें लूट के खिलाफ़ आंदोलन करना होगा। देश से भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए आंदोलन तेज करना होगा। बिहार में अब भी लगभग सात से आठ लाख लोग बेघर हैं। आज़ादी के बाद आज भी लोगों के पास घर नहीं है। यह देश का दुर्भाग्य है। आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ ने कहा कि देश में सांप्रदायिकता का माहौल बना कर भाजपा देश के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को बर्बाद कर रही है।
आइसा के कार्यकारी महासचिव प्रसेंजीत ने कहा कि हम चुनौतियों से भरे हुए दौर में सम्मेलन कर रहे हैं। नयी शिक्षा नीति के नाम पे शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण को खत्म किया जा रहा है। सम्मेलन में डुमरांव के विधायक अजीत कुशवाहा, आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार, आइसा के राज्य अध्यक्ष मुख़्तार, बक्सर के जिला सचिव धनजी पासवान, माले के जिला सचिव नवीन कुमार, आइसा के जिलाध्यक्ष अनूप कुमार, समेत बिहार भर के अनेको कार्यकर्ता तथा माले के बक्सर जिला के नेता, कार्यकर्ता मौजूद रहे। यह सम्मेलन पीसी कालेज के समीप एक निजी भवन में चल रहा है। सोमवार को भी यह जारी रहेगा।