– बारह घंटे काम, त्योहार में भी भुगतान के लाले
बक्सर खबर। चिकित्सा सेवा में काम करने वाले डॉटा आपरेटर विभाग की मनमानी से परेशान हैं। क्योंकि उन्हें पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला। रविवार को कमलदह पार्क में बैठक कर उन लोगों ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की। सबने जिलाधिकारी से आग्रह किया है। वे त्योहार में मानदेय दिलाने का कष्ट करें। उनकी शिकायत है, कार्यालय में काम करने वाले दस बजे आते हैं। चार बजे वापस चले जाते हैं। जबकि उन्हें 12-12 घंटे काम करना पड़ता है। बावजूद इसके छह माह से मानदेय न मिलना, उन्हें नागवार गुजर रहा है।
विभाग ने अगर समय से संज्ञान नहीं मिला तो वे हड़ताल करने को मजबूर होंगे। हालांकि यह सबकुछ उस कंपनी के कारण हो रहा है। जो स्वास्थ्य विभाग का काम देख रही है। ऑपरेटरों ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि कोरोना काल में सरकार द्वारा सभी स्वास्थ्य कर्मियो को प्रोत्साहन राशि और अल्पाहार का पैसा दिया था। लेकिन उन्हें न तो प्रोत्साहन राशि मिली और न ही अल्पाहार। ऑपरेटरो ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य को लेकर सरकार द्वारा जारी पैसा भी विभाग के द्वारा नहीं दिया गया साथ ही ड्यूटीस्थल से कई किलोमीटर दूर वैक्सीनेशन को भेज दिया जाता था।
जिसके आने-जाने का कोई पैसा नहीं दिया जाता था। विरोध करने पर हटवा देने की धमकी तक दी जाती थी। मौके पर अमित कुमार उपाध्याय, दीपक कुमार पांडेय, अर्जुन कुमार, गोविंद दूबे, अजित कुमार, गुड्डु कुमार, अजय कुमार, जय प्रकाश केशरी, अरविंद कुमार शर्मा, धीरज कुमार, विवेक कुमार, अरविंद कुमार, सोनु कुमार, कुमार मनचंद, सूर्यभूषण कुमार, विजय प्रताप यादव, नागेन्द्र पाठक, विनोद कुमार मिश्रा, सुनील कुमार, चंदन कुमार सिंह, लालबाबु उपाध्याय समेत सभी ऑपरेटर मौजूद थे।