-व्यवसायियों ने प्रशासन के सामने रखा अपना पक्ष
बक्सर खबर। देश के सभी शहरों में साप्ताहिक बंदी की व्यवस्था है। अपने जिले में भी कभी मंगलवार को यह नियम प्रभावी था। लेकिन, पिछले कुछ वर्षो से यह नियम गौड़ होता जा रहा है। हालांकि इसकी एक वजह पूर्व का सरकारी आदेश है। जिसके तहत बंदी पर कोई बाध्यकारी नियम प्रभावी नहीं रहेगा। जबकि श्रम कानून के तहत सप्ताह में एक दिन कर्मियों को अवकाश देना अनिवार्य है। ऐसे में साप्ताहिक बंदी को प्रभावी बनाने की मांग उठने लगी हैं।
शहर के प्रमुख व्यवसायी दौलत चंद गुप्ता ने इस आशय का संदेश जिलाधिकारी व अनुमंडल पदाधिकारी को भेजा है। उन्होंने कहा कि बंदी कर्मचारी व्यवसायी दोनों के हित में है। नियमों के अनुरुप कर्मचारियों को तो साप्ताहिक अवकाश मिल भी जा रहा है। लेकिन, एक दूसरे की देखा-देखी प्रतिस्पर्धा की दौड़ में व्यवसायी न तो स्वयं के लिए न अपने परिवार के लिए समय निकाल पा रहे हैं। अगर नियम प्रभावी हुआ तो उससे सबको लाभ मिलेगा। बक्सर खबर पाठकों से आग्रह करता है। अगर आप व्यवसायी हैं, तो कमेंट के माध्यम से अपने सार्थक सुझाव दें।
सबसे अच्छा यह रहता कि चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष महोदय अपने कमिटि के पदाधिकारियों को लेकर के मंगलवार को जागरूकता अभियान चलाएं और लोगों से मार्केट में घूम घूम कर के अपील करें कि अपनी दुकान स्वेक्षा से लोग बंद करें तो यह बक्सर प्रशासन को भी एक अच्छा सहयोग मिलेगा और यह काम बहुत आसानी से हो सकेगा । चूकि कानूनन जबर्दस्ती बंद नही करा सकते । इस महती कार्य के लिए बक्सर चैम्बर कॉमर्स के संगठन के अध्यक्ष व उनके पदाधिकारी अपनी महती भूमिका अदा करने का कष्ट करे।