-अब तक आठ छात्रों की मिली है सूचना
-जिला प्रशासन ने बनाया कंट्रोल रुम
बक्सर खबर। यूक्रेन में चल रहे युद्ध के कारण पूरे विश्व की चिंता बढ़ी हुई है। लेकिन, अपने जिले के उन घरों में लोग पूरी नींद नहीं सो पा रहे। जिनके घरों के क्योंकि उनके बच्चे विदेश में फंसे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वहां कुल आठ बच्चे पढ़ते हैं। जिनमें तीन बेटियां एक युवक वापस वतन वापस लौट आए हैं। जिनमें सुप्रिया कुमारी, पिंकी रोशन, श्रेया मिश्रा व सुभाष कुमार शामिल हैं। हालांकि इनमें जो बेटियां हैं। वह गांव नहीं लौंटी।
अपने भाई-बहन अथवा परिजनों के पास दूसरे शहरों में हैं। जो लोग विदेश में फंसे हैं। उन्हें मदद पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने हेल्प डेस्क का गठन किया है। जिसके नामित पदाधिकारियों ने आज मंगलवार को उनके परिजनों से मुलाकात की। फोन के माध्यम से उन लोगों से बात हुई। जो अभी विदेश में हैं। सूचना के अनुसार मेडिकल के ऐसे तीन छात्र मिले हैं जो रोमानिया पहुंच गए हैं। इनमें से एक अमित पांडेय पुत्र विनोद पांडेय ग्राम श्यामपुर, थाना राजपुर है। उसने मीडिया को बताया कि हमें सुरक्षित जगह मिली है।
सरकार के स्तर से यहां खाने और रहने का इंतजाम किया गया है। कोई परेशानी नहीं। मंगलवार की रात तक हम लोग अपने देश वापस आ जाएंगे। ऐसी संभावना है। इस बारे में पूछने पर जिला जन संपर्क पदाधिकारी ने बताया कि कोषांग के वरीय पदाधिकारी प्रीतेश्वर प्रसाद, अपर समाहर्ता बक्सर (मो 94731191240) तथा नोडल पदाधिकारी श्रेयांश तिवारी, वरीय उप समाहर्ता बक्सर (मो 7748852202) को नामित किया गया है। वैसे लोग जिनके परिजन यूक्रेन में फंसे हैं। वे इन नंबरों पर अथवा कोषांग के संपर्क टेलीफोन नंबर 06183223333 अथवा इन मोबाइल नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।