-वैष्णव सम्मेलन में जुटेंगे देश भर से संत महात्मा
-दोपहर 12 बजे से रात आठ बजे से चलेगा आयोजन
-संध्या वेला में भजन संध्या का होगा कार्यक्रम
बक्सर खबर। गुरु की राह शिष्य चले तो उसे पहचान बताने की जरुरत नहीं पडती। उसे स्वयं ही ख्याती मिलने लगती है। यह बात शास्त्रों में कही गई है। सोमवार को कथा में यही बातें पूज्य जीयर स्वामी जी ने भी कहीं। बहरहाल हम आपको बता दें। धनसोई से सटे खरवनियां में चल रहे लक्ष्मीनारायण महायज्ञ अपने शबाब पर है। आठ मार्च दिन मंगलवार को यहां वैष्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
जिसमें शामिल होने के लिए देश के अनेक हिस्सों से संत महात्मा पहुंच रहे हैं। क्योंकि यहां सिर्फ यज्ञ ही नहीं हो रहा। भारत वर्ष के महान मनीषी संत जीयर स्वामी के नेतृत्व में रामानुज स्मृति महोत्सव भी मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आठ मार्च को वैष्णव सम्मेलन होना तय हुआ है। जिसका समय दोपहर 12 से रात्रि आठ बजे तक निर्धारित किया गया है। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड के अलावा इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण भारत से
गादी स्वामी जी, निबार्काचार्य, बल्लभाचार्य, माधवाचार्य, रामानंदाचार्य ( चारो संप्रदाय के प्रतिनिधि), स्वामी नारायण संप्रदाय, गौड़िया संप्रदाय, इस्कॉन संप्रदाय, रामकृष्ण मिशन के संत यहां पहुंच रहे हैं। पूज्य जीयर स्वामी जी के अनुसार यह सम्मेलन गांव में रहने वाले भोले-भोले लोगों के लिए आयोजित किया गया है। जिन्हें देश के बड़े महात्माओं का एक साथ दर्शन हो जाए। जो दूर-दूर तक जाने में सक्षम नहीं हैं।