-धार्मिक आयोजन कराने वाले मिथिलेश पाठक को लेकर बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी
बक्सर खबर। राजपुर प्रखंड के खरवनियां गांव में आयोजित लक्ष्मीनारायण महायज्ञ संपन्न हो गया है। एक दिन पहले संपन्न हुए महायज्ञ में शामिल होने के लिए देश भर के संत व महात्मा पहुंचे। साथ ही मजे हुए राजनेता भी जीयर स्वामी जी का आर्शीवाद लेने आए। इसमें भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस व लोजपा के नेता प्रमुख थे। सबने इस धार्मिक अनुष्ठान की अपने-अपने स्तर से प्रशंसा की। लेकिन, यज्ञ संपन्न हो जाने के बाद राजनीतिक चर्चाएं आम हो गई हैं।
एक तरफ जहां खरवनियां गांव बिहार के पटल पर छा गया है। वहीं दूसरी तरफ आयोजक मिथिलेश पाठक को लेकर भी राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई हैं। जो नहीं जानते वे पाठक के बारे में जानना चाहते हैं। जो जानते हैं, वे तरह-तरह के राजनीतिक कयास लगा रहे हैं। इस आयोजन के पीछे उनका क्या लक्ष है। यह सवाल भी पूछे जा रहे हैं। कद्दावर व रसूखदार लोग भी परेशान हैं।
क्या पाठक इससे अपनी राजनीतिक उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं? इन तमाम सवालों को लेकर जब पाठक से पूछा गया तो उन्होंने हंस कर टाल दिया और बस इतना कहा। यह स्वामी जी का आशीर्वाद, मां की तपस्या का फल है। भगवान की कृपा से यह सब हो सका है। फिर इसके राजनीतिक मतलब क्यूं निकाले जा रहे हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए पाठक ने कहा यह हमारी जन्मभूमि है। इसकी सेवा करना हमारा लक्ष्य है।