-पूंजीगत ढ़ाचे पर खर्च होंगे सर्वाधिक 77 करोड़ रुपये
बक्सर खबर। लोग कहते हैं बक्सर में विकास नहीं हो रहा। नगर परिषद में कुछ नहीं हो रहा। लेकिन, जब आप नगर परिषद के वार्षिक बजट के बारे में जानेंगे तो चौंक जाएंगे। एक बार सोचने को मजबूर होंगे। क्या इतनी राशि खर्च होती है बक्सर में। नए वित्तीय वर्ष 22-23 के लिए कुल 1 अरब, 23 करोड़ 51 लाख 93 हजार 158 रुपये का बजट पास किया गया है। सूचना के अनुसार गुरुवार को नगर प्रशासक प्रितेश कुमार व नप पदाधिकारी प्रेम स्वरुप ने इस प्रस्ताव को पारित किया है।
यह बजट किन कार्यों पर खर्च होगा। यह जानने की आपकी इच्छा हो रही होगी। इसके बारे में जान लें। जो प्रस्ताव बना है उसके अनुसार 6 करोड़, 87 लाख 14 हजार 347 रुपये वेतन, मजदूरी व पीएफ आदि पर खर्च होंगे। रखरखाव, संचार, किताब, पत्रिका, विज्ञापन आदि पर 2 करोड़, 26 लाख, 85 हजार रुपये खर्च होंगे। परिचालन, इंधन, भाड़ा, मरम्मत आदि पर 21 करोड, चार लाख 95 हजार। शहर में छिड़काव, कंबल वितरण, अलाव व मेला प्रबंधन जैसे छठ आदि के इंतजाम पर 11 करोड़, 66 लाख 52 हजार रुपये खर्च का अनुमान है।
सर्वाधिक खर्च पूंजीगत व्यय जैसे मार्केट, कंपोस्ट निर्माण, पुस्तकालय, रैनबसेरा, ओल्डऐज होम, पार्क आदि पर 76 करोड़, 26 लाख, 36 हजार 433 रुपये। कुल बजट का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा शहरी गरीबों के उत्थान पर खर्च होगा। जिसका बजट 36 करोड़, 81 लाख रुपये है। जाहिर सी बात है। शहर की आबादि बढ़ रही है और उसका दायरा भी। दो पंचायतों को इस वर्ष नगर परिषद में शामिल किया गया है। इस लिए बजट भी बड़ा है। यह राशि केन्द्र व कुछ राशि राज्य सरकार द्वारा अंशदान के रुप में जिले को प्राप्त होगी। क्योंकि इसका बजट अब पास हो गया है।
बक्सर नगर पालिका वाले को इतना पैसा आता है फिर भी ये लोग यदि नक्शा पास कराने जाते हैं तो मांगे डे कि एक कठा पर १८०००लगेगा