-आज भी अच्छे हैं गांव के लोग, बेटी को सहयोग की दरकार
बक्सर खबर। तीन बेटियों की मां फुल कुमारी का शुक्रवार को निधन हो गया। उसका अंतिम संस्कार कैसे हो। यह सवाल उसकी बेटियों के सामने खड़ा हो गया। हालांकि मौत शुक्रवार की देर शाम हुई थी। इस लिए सबने निर्णय लिया शनिवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। और गांव वाले उन बेटियों की मदद को आगे आए। सबने मिलकर सहयोग किया और शनिवार को अपराह्न चार बजे के लगभग फुल कुमारी की बड़ी बेटी कमला ने मां का मुखाग्नि दी। इतना ही नहीं बेटी ने गंगा स्नान कर तिलांजली भी अर्पित की। हिन्दू परंपरा के अनुसार जो भी विधान हैं। उसने पूरे किए।
वह जिले के केसठ गांव की रहने वाली है। इस कार्य में पड़ोसियों ने भी उसकी मदद की। सूचना के अनुसार फुलमारी के पति रानाबारी का निधन लगभग 10-15 वर्ष पहले हो गया था। जब बेटियां छोटी थी। सरकारी स्कूल में मध्यान भोजन बनाने का कार्य कर अबला ने अपनी तीन बेटियों कमला, विमला और खुशबू की परवरिश की। अब उनकी दो बेटियां स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुकी है। निजी विद्यालय में पढ़ा कर जीवन यापन कर रही हैं। इस विषम परिस्थिति में गांव के लोग मदद को आगे आए हैं। साथ ही पड़ोसी हर तरह से मदद कर रहे हैं। इस घटना ने यह साबित किया है। अगर समाज बेड़ियां नहीं डाले तो बेटियां भी बेटों का फर्ज बखूबी अदा करने का दम रखती है।