-सूचना के बाद भी संबंधित थाने की नहीं मिली प्रतिक्रिया
बक्सर खबर। जब माथा काम नहीं करता है तो दुनिया बेगानी हो जाती है। यही हाल है तस्वीर में दिख रहे इस अधेड़ व्यक्ति का। गुरुवार की दोपहर राजपुर थाना के सरेंजा गांव में सड़क किनारे बैठे मिले। पूछने पर कहा भूख लगी है। पास में मिठाई की दुकान थी। दुकानदार गोरख ने स्वयं उन्हें रोटी खिलाई। बातचीत के क्रम में उन्होंने अपन नाम उमेश कुमार श्रीवास्तव बताया। उन्हें कागज थमाया तो पिता का नाम जीत कुमार श्रीवास्तव व मोहल्ला सीतापुर लिखा।
थाना इटोंजा, जिला लखनउ। इतना सबकुछ लिखने वाले उमेश की हालत ठीक नहीं है। तस्वीर में उनका हुलिया देख आप समझ सकते हैं। उनके द्वारा बताए गए थाने से बक्सर खबर की टीम ने संपर्क किया। लेकिन, वहां के एसएचओ यह बताने की स्थिति में नहीं थे। इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट वहां दर्ज भी है या नहीं। अब सोशल मीडिया के पहलवान भी हमारे साथ अपना जोर आजमा लें। शायद इस व्यक्ति का कुछ भला हो जाए।