-स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली कलई तो प्रशासन ने की साजिश
बक्सर खबर। राजपुर प्रखंड मुख्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण करने के उपरांत डॉक्टरों द्वारा किए गए हंगामें के बाद अब जिला परिषद के सदस्य उग्र हो गए हैं। बुधवार को जिला मुख्यालय के डाक बंगला में प्रेस वार्ता आयोजित कर जिप अध्यक्ष व अन्य प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर एफआईआर वापस नहीं हुई तो सभी पंचायत प्रतिनिधि धरना देंगे। प्रशासन की मनमानी और अफसरशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अध्यक्ष ने कहा जिला परिषद को संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। स्वास्थ्य कमेंटी की अध्यक्ष पूजा देवी स्वयं जांच करने गई। वहां प्रभारी से लेकर, प्रबंधक तक ड्यूटी से गायब थे। सवाल उठा तो मौजूद डॉक्टर संजय ने स्वयं गलत आचरण प्रस्तुत किया। विरोध किया तो प्रशासन उचित कार्रवाई करने की जगह प्राथमिकी दर्ज कर हमें डराना चाहता है। बैठक में कई पंचायतों के मुखिया, प्रमुख भी शामिल हुए। सबने मिलकर यह प्रस्ताव पारित किया गया अगर प्राथमिकी वापस नहीं हुई हम लोग धरना देंगे।
आपको बता दें, सोमवार को जिला परिषद की टीम ने राजपुर अस्पताल का दोपहर में निरीक्षण किया था। उसके बाद ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर संजय ने वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया। मंगलवार को इसके खिलाफ सकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी। उनकी मांग पर प्रशासन ने राजपुर थाने में छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसमें स्वास्थ्य निगरानी समिति के अध्यक्ष पूजा देवी से लेकर जिला परिषद अध्यक्ष के पति तक का नाम शामिल है। बैठक में मौजूद उपाध्यक्ष नीलम देवी, सिमरी की प्रमुख प्रियंका पाठक ने कहा कि महिला जनप्रतिनिधि के खिलाफ जो व्यवहार वहां के डॉक्टर ने किया है। उसके खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए। हम लोग इससे डरेंगे नहीं और जरुरत पड़ी तो मुख्यमंत्री तक जाएंगे।