-ट्रेन कैसिंल होने व इंटरनेट बंद होने से परेशान हैं लोग
बक्सर खबर। अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे छात्रों का आंदोलन पिछले तीन दिनों में गुमराह होता दिख रहा है। विरोध का तरीका बदलने के कारण आंदोलन करने वालों को लोग उपद्रवी कह रहे हैं। इसकी वजह से शनिवार को अधिकांश ट्रेन कैंसिल कर दी गई। ले दे कर तीन ट्रेन डाउन में गई।रविवार को यह आदेश आ गया। दिन में गाड़ियां नहीं चलेंगी। इसकी वजह पर हो रहा पथराव है। ट्रेनों में बैठे लोग हमारे और आपके परिवार के हैं। यह बात उपद्रवी भूल गए हैं।
हालांकि रविवार की सुबह स्टेशनों पर पुलिस तैनात थी। इस वजह से कोई प्रदर्शनकारी सामने नहीं आया। लेकिन, सोमवार को भारत बंद की घोषणा हुई है। इसको लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। ट्रेनों पर पथराव व उपद्रव के कारण जिले में कुल पांच प्राथमिकियां दर्ज हुई हैं। ब्रह्मपुर में एक, डुमरांव में दो, नावानगर में एक, आरपीएफ व जीआरपी द्वारा भी केस किया गया है। जिसमें ग्यारह सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है।
हालांकि नावानगर की घटना में कुछ को नामजद भी किया गया है। अर्थात आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां तय हैं। प्रदर्शन के दौरान सबसे शर्मनाक नजारा यह देखने को मिला कि हाथ में तिरंगा लेकर कुछ युवक ऐसा कार्य करते दिखे। जो किसी भी अमन पसंद व्यक्ति को शोभा नहीं देता। न ही इसका समर्थन किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर भी कुछ लोगों ने राजनीतिक स्वार्थ में भड़काउ बातें लिखी। जिसका नतीजा है, दो दिनों के लिए जिले में इंटनेट सेवा बंद कर दी गई। इसका असर हर कामकाजी व्यक्ति व महकमें पर देखा गया। स्टेशनों पर दूर जाने वाले लोग निराश और मायूस से बैठे दिखे।