– भूमि दाता महेश तिवारी पथ के नाम से जाना जाएगा रास्ता
बक्सर खबर। चौसा के शमशान घाट तक जाने का रास्ता नहीं है। यह विषय पिछले कुछ वर्षों से उठा रहा था। जिसको लेकर स्थानीय स्तर पर प्रयास शुरू हुआ। दो दिन पहले जिलाधिकारी अमन समीर ने सदर एसडीओ धीरेन्द्र मिश्रा को निर्देश दिया था। आस-पास की रैयतों से संपर्क कर आप रास्ते का निदान करें। एसडीओ ने रविवार को स्थानीय लोगों के साथ बैठक की। और लगे हाथ भूमि की मापी का कार्य भी पूरा कर लिया गया। जिसमें सर्वाधिक हिस्सा स्व महेश तिवारी के परिजनों का आया। कुछ भूमि जिला परिषद के अधीन है।
उनके परिवार के लोगों ने जन कल्याण के लिए अपनी भूमि देने की घोषणा की। साथ ही समझौते पर हस्ताक्षर भी किया। बैठक में यह उपस्थित सभी लोगों ने कहा इस पथ का नामकरण उनके नाम पर किया जाए। अब वह महेश तिवारी पथ के नाम से जाना जाएगा। वहां उपस्थित चौसा की पार्षद पूजा देवी ने कहा कि हम इसके लिए अनुशंसा करेंगे। यहां बैठने के लिए सेड व कुर्सियां, प्रकाश के लिए हाई मास्ट आदि लगे। एसडीओ ने बताया श्मशान घाट के विकास की रूपरेखा बनेगी। रोजगार के लिए दुकाने व पार्क आदि का निर्माण होगा। इसके लिए एसजेवीएन कंपनी से भी सहायता ली जाएगी।
बैठक में शामिल मनोज यादव ने कहा कि यह कार्य डीएम अमन समीर व एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा की तत्परता से हुआ है। इससे लगभग तीन सौ गांव के लोगों को लाभ मिलेगा। क्योंकि उत्तरायणी गंगा के किनारे शवदाह का विशेष महत्व है। सबको अंत में यहीं आना है। यह स्थान अब पवनी पंचायत की सीमा में आ गया है। वहां के मुखिया प्रतिनिधि रोहित ने कहा कि रास्ते का निर्माण व मिट्टी भराई का कार्य वे पंचायत निधि से कराएंगे। पांच घंटे तक चली बैठक में सारी रूपरेखा बनकर तैयार हो गई। सबने कहा आज एक बहुत बड़ा काम पूरा हो गया। बैठक में रैयत धनजी तिवारी, रामचरित्र तिवारी, पूर्व उप मुखिया शांति देवी, पंचायत समिति सदस्य बबन यादव, कृष्णा राय, विजय तिवारी, रामाश्रय यादव, चौसा प्रखंड के उप प्रमुख मोहित दुबे, अश्वनी वर्मा समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।