-तीन घंटे तक डायवर्ट रहा बक्सर-चौसा मार्ग पर परिचालन
बक्सर खबर। चौसा में बन रहे थर्मल पावर स्टेशन के लिए पहला टरबाइन शनिवार को कार्यस्थल पर पहुंच गया। इसे ले जाने के लिए सुबह नौ से से 11 बजे के मध्य रेल परिचालन को भी रोकना पड़ा। हालांकि इसके लिए ऐसा समय चुना गया था जब ट्रेनों की संख्या कम थी। इस वजह से कुछ गाड़ियां जहां-तहां रोकी गई। दस बजे के लगभग इसे चौसा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी क्रॉसिंग से पार कराया गया। लगभग तीन घंटे तक बक्सर-चौसा मुख्य मार्ग पर परिचालन भी डायवर्ट हुआ। चौसा दुर्गा मंदिर से होकर स्टेशन के रास्ते यात्री व निजी वाहन चले।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए पूर्व से अनुमति ली गई थी। रेलवे क्रासिंग के पास लगे दोनों बेरियर खोले गए। बिजली के ओवरहेड तार को भी उँचा करना पड़ा। हालांकि एक घंटे के अंदर परिचालन को शुरू कर लिया गया। पाठकों की जानकारी के लिए बता दें। बक्सर के चौसा में 1320 मेगावाट का थर्मल पावर स्थापित किया जा रहा है। जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 मार्च 2019 को किया था। एजसेवीएन द्वारा इसका निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसकी पहली यूनिट के लिए यह टरबाइन गंगा के रास्ते गुजरात से बक्सर तक लाया गया। मिश्रवलिया गांव के पास उसे अस्थाई बंदरगाह बनाकर उतारा गया। वहां से सड़क मार्ग के रास्ते आज शनिवार को चौसा कार्यस्थल पर पहुंचाया गया। जिसमें दस दिनों का समय लगा। क्योंकि इसका वजन 500 टन से अधिक है।