-दोपहर और संध्या वेला में है पूजा का शुभ मुहूर्त
बक्सर खबर। आज मंगलवार को हरतालिका तीज व्रत मनाया जा रहा है। तपस्या का रूप कहे जाने वाले व्रत में माताएं अपने सुहाग के लिए एवं कन्याएं अपने सुयोग्य वर के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। माता पार्वती और शिव की इसमें उपासना होती है। इस दौरान पूजा का कब-कब शुभ मुहूर्त है। इस बारे में पूछने पर पंडित नरोत्तम द्विवेदी ने बताया कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को व्रत मनाया जाता है। हस्त नक्षत्र में पूजा का विधान है।
वैसे आज प्रात: के उपरांत रात्री 11:52 तक यह नक्षत्र है। वैसे आप पूरे दिन पूजा कर सकते हैं। लेकिन, दोपहर 11:27 से अपराह्न 3:49 तक एवं संध्या के उपरांत 6:25 से रात्रि 8:34 तक शुभ मुहूर्त है। तृतीया और चतुर्थी दोनों तिथियां संगम कर रही हैं। इसलिए इस काल में पूजा मंगलकारी होगी। व्रत का पारण प्रात: भगवान के दर्शन के उपरांत श्रेयकर बताया गया है।