-रघुनाथपुर स्टेशन के नाम को बदलना चाहती है राज्य सरकार
बक्सर खबर। रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ब्रह्मेश्वर धाम स्टेशन किया जाना है। इसका प्रस्ताव राज्य सरकार ने केंद्र को भेजा है। इसके खिलाफ रघुनाथपुर और आस-पास के गांव के लोग नाराज हैं। इसका विरोध प्रकट करते हुए ग्राम रक्षा समिति के बैनर तले लोगों ने रविवार को स्टेशन पर धरना दिया। हालांकि पिछले 17 अगस्त को भी धरने का आयोजन हुआ था। उस समय पांच सूत्री मांगपत्र स्टेशन प्रबंधक को सौंपा गया था। लोग डीआरएम से भी मिले थे। उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन लगभग बीस दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक कुछ ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इसी का विरोध करते हुए रविवार को कई गांवों के लोग वहां एकत्र हुए। डीआरएम के नाम पांच सूत्री मांगपत्र पुन: स्टेशन प्रबंधक को सौंपा गया। जिसमें रघुनाथपुर स्टेशन के नाम बदलने के प्रस्ताव को अविलंब वापस लेने, कोरोना काल में निरस्त यहां रुकने वाली छः जोड़ी ट्रेनों का परिचालन पुनः शुरू किया जाए, फरक्का एक्सप्रेस का ठहराव, प्लेटफार्म नंबर 1 से 4 तक ओवरब्रिज का निर्माण, रिजर्वेशन काउंटर एवं सामान्य काउंटर को अलग किया जाए साथ ही स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बहाल की जाएं। समिति के अध्यक्ष सर्वेश सिंह ने कहा कि प्रशासन का रुख अव्यावहारिक था और जनता की आवाज को दबाने वाला था। प्रशासन ये समझ ले की आप हमे डरा नहीं सकते है।
शैलेश कुमार ओझा (सचिव) ने का कहना है कि हम अपनी जायज मांग को लेकर तब तक आंदोलन करते रहेंगे जब तक हमारी मांगे मान नहीं ली जाती। इस दौरान संयोजक प्रभु मिश्रा, सकील अहमद, मनीष भारद्वाज, अश्विनी ओझा, आकाश मिश्र, गुड्डू पांडे, राकेश कश्यप, अक्षय रावत, मुकुल, अनिल यादव, मुस्तफा, अशोक पाल, शुबनारायण पाल, प्रमोद राम, शिव प्रसाद पांडेय, सूर्यनाथ यादव, सलीम दुर्रानी एवं अन्य लोग उपस्थित रहे। ग्रामीणों के बुलावे पर सुधीर सिंह( राष्ट्रीय अध्यक्ष रेल यात्री समिति), अश्विनी ओझा (प्रदेश अध्यक्ष शिक्षक अभ्यर्थी संघ, बिहार), जलील अहमद, पागु चौबे आदि भी पहुंचे थे।
Ye bhosdi ke sarkaar pagla gayi hai