-शहर में बढ़ती गंदगी के खिलाफ निकाला गया आक्रोश मार्च
बक्सर खबर। नगर परिषद शहर को नर्क बना रहा है। शहर में प्रवेश करते ही जहां देखो गंदगी मिल जाती है। इस व्यवस्था के खिलाफ शनिवार को समाजसेवी गिट्टू तिवारी ने हल्ला बोल अभियान की शुरुआत की। शहर के किला मैदान से आक्रोश मार्च निकाला गया नगर परिषद बक्सर कार्यालय तक आया। इस आक्रोश मार्च में अनेकों पुरुष, महिलाएं शामिल हुई। आक्रोश मार्च का नेतृत्व कर रहे अंत्योदय सेवा संस्थान के संयोजक गिट्टू तिवारी ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों की उदासीनता बक्सर नगर को बीमार बना देगी। कूड़े की मनमानी डंपिंग से पूरा बक्सर त्रस्त है।
जगह जगह जलजमाव है। लेकिन इसकी सुध लेने नगरपालिका कभी नही निकली। तमाम तरह की बीमारियां फैल रही है, किसी तरह का छिड़काव नहीं किया जा रहा। आखिर यह उदासीनता क्यों, और बक्सर जिला प्रशासन इसपर मौन क्यों? आक्रोश मार्च में सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार मिश्र भी मौजूद थे नारेबाजी करते हुए उन्होंने कहा कि बक्सर को नरक बनने से बचाना होगा। यहां की भ्रष्ट ईओ बक्सर नगर को दीमक की तरह खा रहीं हैं। वार्ड पार्षद राकेश कुमार ने कहा कि सफाई के नाम शुरू से ही लूट खसोट जारी है। लाखो रूपये का हर महीने घोटाले हो रहा है। यह केवल सफाई के आंकड़े है। बाकियों को छोड़ ही दीजिये।
आक्रोशित लोगों ने तरह तरह के नारे लगाते हुए बक्सर ईओ प्रेम स्वरूपम के विरुद्ध में गुस्सा जाहिर किया। जिसमें अंत्योदय सेवा संस्थान के प्रभारी हिमांशु यादव ने कहा कि बक्सर नगर परिषद बने हुए 20 साल से ऊपर हो गए है। लेकिन अभी भी शहर के बीच किसी भी शौचालय का निर्माण नहीं किया गया है। पानी पीने हेतु कही भी किसी तरह की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद बक्सर दलालों का अड्डा हो गया गया। जन्म-मृत्यु प्रमाण बनाने में भी ये लोग घूसखोरी कर रहे है। वही अंत्योदय सेवा संस्थान के अध्यक्ष विवेक मौर्य ने बताया कि यह केवल सांकेतिक धरना है। अगर यथा शीघ्र व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे और बक्सर की आम जनमानस एक बड़ा आंदोलन करेगा।