– सुबह साढ़े नौ बजे से पहले भोजन कर लेना श्रेयकर
बक्सर खबर। दिवाली की सुबह अर्थात 25 अक्टूबर के दिन ग्रहण का काल प्रारंभ हो रहा है। हालांकि अपने जिले में ग्रहण लगने का समय अपराह्न 4:42 से 5:18 तक का है। लेकिन, सूर्य ग्रहण के प्रभाव के अनुसार बारह घंटे पहले से ही निषेध समय शुरू हो जाता है। नियम यह भी कहते हैं। जब ग्रहण का समय छह घंटे ही शेष रहे तो भोजन आदि भी ग्रहण करना उचित नहीं। अर्थात सुबह लोग साढ़े नौ बजे से पहले कुछ ग्रहण कर सकते हैं। यह नियम बच्चों और बीमार पर लागू नहीं होता। चाहे वह मनुष्य हो अथवा भगवान।
कहने का तात्पर्य यह है कि मंदिरों के पट सुबह 4:42 से पहले बंद हो जाएंगे। पूरे दिन दर्शन बंद रहेगा। घरों में भी जहां प्रतिमाएं रखीं हों वहां पर्दा लगा देना चाहिए। लेकिन, अगर किसी के घर में लड्डू गोपाल भगवान विराजमान हो तो वे उन्हें सुबह नौ बजे से पहले तक दूध का भोग लगा सकते हैं। हालांकि ग्रहण शाम 5:18 के बाद समाप्त हो जा रहा है। तब स्नान ध्यान कर आगे का विधान किया जा सकता है। इन बातों की जानकारी पंडित नरोत्तम द्विवेदी ने हमें दी हैं।