-सनातन समागम में आरएसएस प्रमुख ने कहा संतों की इच्छा से पूरे होते हैं संकल्प
बक्सर खबर। राम जन्मभूमि के बाद अब कर्मभूमि का उत्थान होना चाहिए। सिद्धाश्रम भगवान राम के पुरुषार्थ को नई दिशा देने वाली भूमि है। यह विषय मंगलवार को बक्सर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संत समागम के दौरान संतो ने उठाया। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे पूज्य जीयर स्वामी जी ने यह विषय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के सामने रखी। मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि संतों की इच्छा जरुर पूरी होगी। लेकिन, उसके लिए हमें पुरुषार्थ करना होगा। इस भूमि पर जो भी आता है। वह कर्म करता है, तभी संकल्प पूरा होता है। हम सभी मिलकर उस दिशा में काम करना होगा।
भगवान नारायण चाहते तो लंका को समाप्त कर सकते थे। लेकिन, उन्होंने परिश्रम किया, लंका तक गए और तब राक्षसों का विनाश हुआ है। वहीं कार्यक्रम में बोलते हुए पद्मभूषण रामभद्राचार्य जी ने कि राम कर्मभूमि पर हम लोग एक साथ एकत्र हुए हैं। दिशा में ठोस कदम उठाया जाना चाहिए। गीता स्वामी व चिदानंद स्वामी, अनंताचार्य जी समेत अनेक संतो ने अपने उद्गार प्रस्तुत किए। साथ ही राम कर्मभूमि न्यास द्वारा तीन पुस्तकों का विमोचन पूज्य जीयर स्वामी जी, आरएसएस प्रमुख व चिदानंद स्वामी आदि ने किया। वहीं बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।