-गांव पहुंचा शव, परिवार में मच गया कोहराम
बक्सर खबर। एनसीसी के शिक्षक राकेश तिवारी की बिते दिनों कानपुर में मौत हो गई। जहां वे प्रशिक्षण लेने गए थे। 17 दिसंबर को प्रशिक्षण पूरा होने वाला था। लेकिन, उसी दिन उन्होंने सदा के लिए आंखे बंद कर लीं। सोमवार को उनका शव पैतृक गांव मुगांव, थाना कोरानसराय पहुंचा तो जैसे वहां पहाड़ टूट पड़ा। घर वाले इस आधात को झेल नहीं पा रहे थे। पूछने पर पता चला तिवारी आर्मी पब्लिक स्कूल में कार्यरत थे। वहां एनसीसी के शिक्षक के रुप में उनका चयन हुआ। इसके उपरांत प्रशिक्षण लेने के लिए नागपुर मुख्यालय भेजा गया।
वहां 3 नंवबर से 17 दिसंबर तक प्रशिक्षण प्राप्त करना था। लेकिन, अंतिम दिन ही ऐसी अनहोनी हो गई। वहां से एनसीसी की टीम शव के साथ जिला मुख्यालय आई थी। जहां उन्हें अंतिम सलामी दी गई। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कोरानसराय की पुलिस के साथ 30 बिहार बटालियन एनसीसी बक्सर के जेसीओ केडी प्रसाद, केपी उच्च विद्यालय डुमरी के एनसीसी शिक्षक संजय कुमार दूबे, राज प्लस टू उच्च विद्यालय के एनओ अभयानंद प्रजापति, डा संजय रंजन सिन्हा, पीसी कॉलेज बक्सर के एनओ कमलेश राय तथा नागपुर के कामटी तथा गया के एनसीसी बटालियन से आए पदाधिकारियों के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में मौजूद एनसीसी कैडेटो ने उन्हें फौज की परंपरा के अनुसार गार्ड ऑफ आनर दिया।