-पिता ने ही दर्ज कराई थी प्राथमिकी, धन के लालच में किया ऐसा
बक्सर खबर। जिस बेटे को मां ने सबसे अधिक प्यार किया। वही उसका हत्यारा बन गया। यह घटना नौ दिसंबर 22 को कृष्णाब्रह्म थाना के अरक गांव में हुई थी। हत्या का आरोप छोटे पुत्र पर लगा था। आरोपी हिमांशु शेखर को कृष्णाब्रह्म थाने की पुलिस ने गुरुवार की शाम सगुना मोड, दानापुर से गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को पीसी के दौरान इसकी जानकारी एएसपी राज ने मीडिया को दी। हत्या का कारण क्या था? यह पूछने पर एएसपी ने कहा कि पूछताछ में उसने बताया कि मेरे पास कुछ भी (रुपये) नहीं था। न तो पिता देते थे न मां और न ही भाई। इस वजह से उसने मां को मारा।
हिमांशु पिछले दो माह से फरार चल रहा था। दानापुर के सगुना मोड़ के पास वह रह रहा था। हालांकि पुलिस की जांच में यह पता चला है कि उसके खिलाफ पहले से भी शराब के मामले में कई केस दर्ज है। हत्या के बाद पिता उमाशंकर पांडेय ने ही उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के दिन घर में फुलेश्वरी देवी, उनका एक दस वर्षीय नाती, जो हिमांशु का ही पुत्र था। यही तीन लोग थे। उमाशंकर पांडेय पटना गए हुए थे। जब अगले दिन गांव लौटे तो घर के बाहर ताला लगा था।
पूछने पर आस-पास के लोगों ने बताया किसी ने फुलेश्वरी देवी को नहीं देखा। शक के आधार पर दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर बेड पर खून से लथपथ लाश पड़ी थी। उसके बाद से इसकी तलाश जारी थी। सूत्रों के अनुसार पांडेय स्वयं सेवानिवृत अधिकारी हैं। उनके चार पुत्रों में तीन नौकरी करते हैं। यही एक साथ में रहता था। उसे घर वालों ने बहुत प्यार दिया। कारोबार वे ठेकेदारी के लिए रुपये भी दिए थे। लेकिन, यह सब बर्बाद करता गया। उसे बुरी लत लग गई थी। पत्नी से भी विवाद हो गया था। वह कुछ माह पहले ही उसे छोड़कर चली गई थी।
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