-सड़क से गुजरने वाले वाहनों से भी हो रही उगाही, सबूत मांग रहीं नप पदाधिकारी
बक्सर खबर। चौसा को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया है। और वहां सैरातों की बंदोबस्ती भी हो गई है। बाजार मंडी के साथ-साथ वहां पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों से वसूली की दर भी निर्धारित कर दी गई है। और चौसा बोर्ड के सदस्यों ने इस पर मुहर भी लगा दी है। इसकी आड में टेंडर की बोली लगाने वाले सभी वाहनों से वसूली कर रहे हैं। जो की सरासर गलत है। सूचना के अनुसार जो वाहन चौसा से होकर गुजरते हैं। चाहें व प्राइवेट हों या व्यावसायिक उपयोग वाले। सभी को रसीद थमा दिया जाता है। जबकि शर्तों के अनुरूप व्यावसायिक वाहनों से वसूली होनी चाहिए।
बावजूद इसके कृषि उपयोग वाले ट्रैक्टर अथवा यूपी से बिहार में प्रवेश करने वाले ट्रकों से भी वसूली हो रही है। ट्रैक्टर से 30 रुपये व ट्रक से 150 रुपये। कुछ लोगों ने इस पर विरोध जताते हुए मीडिया तक बात पहुंचाई। हमने इस बारे में नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरुप से बात की। उन्होंने माना कि जो वाहन चौसा में व्यवसाय हेतु रुकते हैं। उनसे पार्किंग शुल्क लिया जाना चाहिए। अन्य किसी से नहीं। जबकि यहां तो बक्सर से भी राजपुर की तरफ जाने वाले ट्रैक्टरों से रोक कर वसूली हो रही है। चाहे वह चौसा बाजार हो या चौसा गोला। यह कहने पर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा इसका सबूत दिया जाए अथवा आवेदन। तब इसकी जांच होगी। लेकिन, जो वहां हो रहा है, उस पर नकेल लगाना जरूरी है।