-कहा अभिभावक की तरह दिया प्रेम और कदम पर साथ
बक्सर खबर। उत्तर प्रदेश सरकार के पुर्व मंत्री रहे कद्दावर नेता हरिशंकर तिवारी को बीते दिनों गोरखपुर में निधन हो गया। 86 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके स्व तिवारी उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता रहे हैं। उनकी धमक इतनी थी कि छह बार विधायक व पांच बार कैबिनेट मंत्री रहे। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गोरखपुर स्थित अपने निवास स्थान हाता में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन को अपनी व्यक्तिगत छति बताते हुए जिले के युवा समाजसेवी विजय मिश्रा ने गहरा दुख प्रकट किया है।
मिश्रा ने कहा कि 2001 में छात्र संघ चुनाव के दौरान उनसे पहली मुलाकात हुई। उसके बाद लगातार मिलना होता रहा। जब भी कोई परेशानी होती वे कहते का विजय कवनो परेशानी हौ, फोन मिलाओं किसी से बात करनी है, कहो तो चिट्ठी लिख दें। उनका स्नेह और यादें अब जेहन में हैं। ऐसे अभिभावक के जाने का दुख हमेशा रहेगा। हरिशंकर तिवारी 1985 में पहली बार निर्दलीय विधायक बने थे। तब वे जेल में थे। जब उन्होंने राजनीति शुरू की तो चाहे सरकार किसी भी पार्टी की हो वे हमेशा कैबिनेट मंत्री रहे। कल्याण, राजनाथ, मायावती, मुलायम सबने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया।