-शहीद पिता को देख रोने लगे मासूम बच्चे
बक्सर खबर। जिले का एक और लाल भारत मां के काम आ गया। भारतीय सेना में कार्यरत संजय कुमार चौबे का शव जब शुक्रवार को उनके पैतृक गांव जरिगांवा पहुंचा तो शहीद संजय चौबे अमर रहे के नारे लगाए गए। दानापुर ब्रिगेड से सैनिक शव लेकर गांव पहुंचे थे। लेकिन उस छड़ सबकी नजरे डबडबा गई। जब संजय चौबे की बेवा पत्नी अपने तीन बच्चों के साथ उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंची।
मां के साथ दस वर्ष की सौम्या, आठ वर्ष का अंश व छह वर्ष का रौशन। पिता को देख रो रहे थे। शव को पूरे सैनिक सम्मान के साथ चरित्रवन के मुक्तिधाम लगाया गया। वहां संजय कुमार चौबे के पिता ने बेटे के शव का मुखाग्नि दी। अपने शहीद साथी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष सूबेदार हरेन्द्र तिवारी व उपाध्यक्ष विद्यासागर चौबे ने बताया कि 2005 में वे सेना में शामिल हुए थे।
फिलहाल 321 फील्ड वर्कशॉप हाशी मारा में पोस्टेड थे। पिछले दिनों उनका स्वास्थ अचानक खराब हुआ। जहां से उन्हें मिलिट्री अस्पताल कोलकाता में सिफ्ट किया गया। लेकिन, उपचार के दौरान गुरुवार को अस्पताल में ही उनका स्वर्गवास हो गया। मां भारती के लाल के असमय जाने से हम सभी दुखी हैं। परमात्मा से उनके परिवार के लिए मंगल कामना करते हैं।