-कुछ लोगों ने स्वयं ही तोड़ी दुकानें, बंदोबस्ती भी जांच के घेरे में
बक्सर खबर। सोन नहर के किनारे अवैध ढंग से दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। ऐसा करने वालों का दायरा धीरे-धीरे बढ़ता चला जा रहा है। इसकी शिकायत कुछ लोगों ने जिला प्रशासन से की। मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला सोन नहर की मिली भगत से ऐसा हो रहा है। कुछ लोगों को दुकान का आवंटन भी किया गया है। जिसकी दर महज दो पैसे तो कुछ की छह पैसे वर्ग फीट है। इतना ही नहीं दुकान आवंटन के पूर्व इसका निविदा भी प्रकाशित नहीं की गई।
ऐसी दुकानों को प्रशासन ने तोड़ने का आदेश निर्गत किया है। फिलहाल पांच दिनों का समय इन सभी को मिला है। जिसकी समय सीमा 20 सितंबर को पूरी हो रही है। यह दुकानें ज्योति चौक के समीप दूरसंचार विभाग के कार्यालय के पास बनाई गई हैं। प्रशासन से मिली सूचना के अनुसार कुछ लोगों ने स्वयं भी अपनी दुकानें हटानी शुरू कर दी हैं। लेकिन, बड़े ही सलीके से। ताकि जरुरत पड़े तो उस निर्माण को पुन: खड़ा किया जा सके।
जिलाधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट में यह कहा गया है कि बंदोबस्ती गलत ढंग से की गई है। साथ ही जो राजस्व इससे मिलना चाहिए था। उसकी भी अनदेखी की गई है। शहर के प्राइम लोकेशन पर बनी इन दुकानों का एक दुखद सच यह है कि जब ज्योति चौक के पास नई पुल बन रही थी। तो उसे चौड़ा नहीं किया सका। जो भविष्य की जरूरत थी। क्योंकि नहर पर बनी दुकानों को हटाने की वकालत हुई थी। तो कुछ लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। नतीजा पुल बनी लेकिन, जरुरत के अनुसार उसे चौड़ा नहीं किया जा सका।