– मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उग्र हुए लोगों को समझाकर शुरू कराया काम
बक्सर खबर। चौसा में बन रहे बक्सर थर्मल पावर प्रोजेक्ट को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को यहां लगे उच्च क्षमता वाले खंभों पर ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जा रही थी। जिसको लेकर यहां पास में ही धरना दे रहे प्रभावित किसान व मजदूर मोर्चा द्वारा विरोध शुरू कर दिया गया। कुछ लोग हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर थर्मल के गेट पर पहुंच गए। इसकी सूचना कंपनी के लोगों द्वारा प्रशासन को दी गई। मौके पर सदर एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा, एसडीपीओ धीरज कुमार व भारी संख्या में पुलिस बल की टीम पहुंची। दोनों तरफ से लंबा संवाद हुआ।
विरोध करने वालों का कहना था। जिस भूमि पर खंभे लगे हैं। उसका हमें पूर्ण मुआवजा मिले। कुछ लोग व्यावसायिक दर की मांग भी कर रहे थे। लेकिन, प्रशासन ने कहा पूर्व में ही नियमों के अनुरूप 60 प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। काम को बाधित नहीं किया जाए। टॉवर निर्माण करने वाले संवेदक ने बताया कि चौसा क्षेत्र में कुल 58 किसानों से 281 डिसिमिल भूमि चाहिए थी। जिसमे संवेदक द्वारा अग्रिम 60 फीसद मुआवजे की राशि का भुगतान कर टॉवर गाड़ दिए गए थे। जबकि, नियमानुसार तार खिंचे जाने के बाद 40 फीसद राशि का भुगतान किया जाना था।
अब जबकि, तार खिंचे जाने लगे तो किसान कार्य रोक कमर्शियल मुआवजे का भुगतान की मांग करने लगे। इस संबंध में पूछने पर सदर एसडीएम धीरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मामले को समझौते के अंतर्गत सुलझा दिया गया। वही संवेदक को नियमानुसार कानून के तहत किसानों को राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है।