-नीतीश पर किया हमला कहा बिहार में डेढ़ इंजन की सरकार
बक्सर खबर। चौसा में बन रहे थर्मल पावर के प्रभावित किसानों को मुआवजा देना होगा। चुनाव बाद हम यहां आएंगे और सरकार को उस विषय पर बात करनी होगी। वहां से 37 लाख रुपये चले और यहां के किसानों को 27 लाख रुपये दिए गए। बाकी के रुपये कहां गए। अभी तो लाठी चार्ज हुआ है। हंगामा तो आगे होगा। जब गेट टुटेगा, किसान अपनी जमीन पर खेती करेगा। तब आंसू गैस के गोले चलेंगे। तब असली आंदोलन की शुरुआत होगी। यह बातें बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने बक्सर की किसान महापंचायत में कहीं।
कार्यक्रम के उपरांत जब मीडिया ने उनसे पूछा क्या मुआवजे के भुगतान में घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा हुआ तो है, अगर नहीं भी हुआ तो किसान जिस दर पर अपनी जमीन देने को तैयार नहीं। तो उससे उचित मुआवजा देना होगा। यहां जिनके घरों में पुलिस ने तोड़फोड़ की है, उसकी भी भरपाई करनी होगी। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें छोड़ा जाए नहीं तो जब आंदोलन होगा। यहां की सरकार को लेने के देने पड़ जाएंगे। उन्होंने बिहार की सरकार को डेढ़िया सरकार कहा। एक दिल्ली वालों की और आधी नीतीश कुमार की। थर्मल के प्रभावित गांवों के किसान मतदान के बहिष्कार का एलान भी कर चुके हैं।
उन्हें भी राकेश टिकैत ने मंच से सलाह दी। आप नोटा न दबाएं, बल्कि उसके लिए मतदान करें जो आपके समर्थन में काम कर रहा है। कुल मिलाकर उन्होंने इशारे-इशारे में विपक्ष के लिए मतदान का आग्रह भी किया। कार्यक्रम के दौरान टिकैत के साथ चलकर आए बलदेव सिंह निहालगढ़, बलबीर सिंह राजेवाल, बिहार संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश सिंह व स्थानीय युवा अजय मिश्रा आदि मौजूद रहे। महापंचायत का आयोजन बाजार समिति परिसर के होमगार्ड मैदान में आयोजित थी। यहां पहुंचने से पूर्व टिकैत बनारपुर गांव गए और उन किसानों के परिवार से मिले। जहां उपद्रव के दौरान 20 मार्च को पुलिस ने घरों में लोगों को पीटा था।