-लोगों को समझ में आया ताल-तलैया का महत्व
बक्सर खबर। गेहूं की फसल में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शनिवार को चौसा प्रखंड के कठतर गांव से उठी आग ने भयंकर तबाही मचाई है। सैकड़ों बीघे में लगी गेहूं की फसल दोपहर के वक्त जल गई। सूचना के अनुसार चौसा प्रखंड के सिकरौल, कठतर, पुरंडा, जलीलपुर, गोसाईपुर, ओरा व राजपुर प्रखंड के बभनी गांव तक के बधार में आग ने खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाया है। तपती दोपहरी में जलत फसल को बुझाने के लिए किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा। बिजली नहीं होने के कारण बोरिंग भी नहीं चल रहे थे।
ताल-तलैया सूख होने के कारण लोग मजबूर हो हरे पौधों और वृक्षों की शाखाओं से आग को बुझाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन, विकराल हो चुकी आग ने सैकड़ों बीघे में लगी फसल को राख कर दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार नुकसान का अनुमान लगाना संभव नहीं हो पा रहा है। इस दुर्घटना में बड़े किसानों के अलावा छोटे बटाईदार भी प्रभावित हुए हैं। फसल के साथ ही साथ डंठल भी जले हैं। जिससे मवेशियों के चारे का नुकसान भी हुआ है।