बक्सर के दस साल : दो एनएच के निर्माण पर खर्च हुए 3390 करोड़

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-एक हजार करोड़ की दो सड़क परियोजनाओं पर चल रहा है काम
बक्सर खबर। दस साल में बक्सर का क्या विकास हुआ। इसकी चर्चा चुनावी मौसम के कारण जोरो पर है। हमने इस विषय को लेकर दस साल दस काम पर विशेष रिपोर्ट तैयार की है। जिसकी आज दूसरी कड़ी आपके समक्ष है। इसमें हम सड़क परिवहन की चर्चा करेंगे। पिछले दस वर्षो में बक्सर के दो एनएच बने हैं। बक्सर-आरा-पटना इस एनएच का नंबर अब 922 है। नवंबर 2022 में बक्सर यज्ञ के दौरान इसका लोकार्पण केन्द्रीय पथ निर्माण मंत्री नितिन गडकरी बक्सर से ही किया था। जिसमें बक्सर लोकसभा क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ने वाला मोहनिया-आरा एनएच 319 भी शामिल है। इन दोनों परियोजनाओं पर कुल 3390 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई हैं।

इससे सटे बक्सर-चौसा-रामगढ़ मार्ग को वाराणसी बक्सर मार्ग के रुप में विकसित करने का कार्य भी प्रगति पर है। इसके लिए केंद्रीय पथ निर्माण विभाग ने 428 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। इसका नाम भी एनएच 319 ए रखा गया है। इसमें दो जगह बड़े बाईपास बनने हैं। बक्सर-आरा एनएच पर स्थित अहिरौली मार्ग से सीधे चौसा तक बीस किलोमीटर लंबा बाईपास तथा मोहनिया के समीप तीन किलोमीटर लंबा बाईपास होगा। सड़क के चौड़ीकरण का काम प्रारंभ है। साथ ही बाइपास के लिए भूमि अधिग्रहण काम चल रहा है। भूमि चिहि्नत कर भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। यह सड़क भी बक्सर के लोगों को बड़े उपहार की तरह है। वहीं चौथी योजना पूर्वाचल एक्सप्रेसवे से जुड़ी है। बलिया और बक्सर जिले के मध्य पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए 618 करोड़ रुपये की लागत से 17 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी है। इसमें गंगा पर एक नया सेतु भी प्रस्तावित है। जो ग्रिन फिल्ड एलिवेटेड मार्ग होगा।

एनएच निर्माण में लगी मशीन

जिले के अंदर भी विकसित हुए हैं कई मुख्य मार्ग
बक्सर खबर। अगर हम एनएच से हटकर बात करें तो जिले में भी सड़क सुविधा को बेहतर बनाने के लिए कई प्रमुख मार्गों को मंजूरी मिली है। कुछ का काम चल रहा है। जैसे ब्रह्मपुर-बगेन-कोरानसराय, इटाढ़ी वाया सरेंजा-सिकरौल मार्ग को एशियाई बैंक की सहायता से विकसित किया जा रहा है। इसे जिले की सबसे लंबी सड़क होने का गौरव भी प्राप्त है। जासो-डुमरांव पथ को भी मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा दिनारा जलहरा मार्ग का चौड़ीकरण किया गया है। एनएच 319 व 319 ए को जोड़ने वाले ईसापुर-परसथुआ मार्ग का चौड़ीकरण किया गया है। पहले इस पथ की देखरेख ग्रामीण कार्य विभाग करता था। अब यह पथ पथ निर्माण विभाग को सौंप दिया गया है। जिससे उसकी नियमित देखरेख हो सके।
जर्जर सड़क का हाल
बक्सर खबर। बक्सर से सासाराम तक जाने वाली मुख्य सड़क जो राज्य मार्ग के रुप में स्वीकृत है। वह तीन हिस्सों में बंटी है। बक्सर से चौसा एक हिस्सा, चौसा से बसही पुल था तीसरा हिस्सा बसही से सासाराम तक है। लेकिन मध्य का हिस्सा चौसा से बसही तक। बूरी स्थिति में है। इसके लिए पिछले वर्ष भी कोई आवंटन सरकार ने नहीं दिया।

1 COMMENT

  1. अब रहने दीजिए, इतना ही बक्सर का विकास पर्याप्त है! आखिर पकौड़ा व्यवसाय के लिए सड़क तो चाहिए ही,चाहे बन गयी हो या प्रस्तावित हो ! बाकी सब चंगा सी!😢😢

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