-दोनों गिरफ्तार सिपाही होमगार्ड के, भारी मात्रा में शराब व तीन वाहन जब्त
बक्सर खबर। शराब की तस्करी में उत्पाद विभाग के सिपाहियों का हाथ है। और आज गुरुवार की रात बड़ी खेप बक्सर चेकपोस्ट से होकर गुजरने वाली है। इसकी सूचना मिलते ही एसपी मनीष कुमार ने सदर डीएसपी धीरज कुमार को मौके पर रवाना किया। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान तीन वाहनों को जब्त किया। जिससे कुल 949 लीटर शराब व बीयर बरामद हुई। इस आरोप में चार तस्करों के अलावा उत्पाद विभाग में तैनात दो होमगार्ड के सिपाहियों को भी गिरफ्तार किया है। जो उस समय चेकपोस्ट पर ड्यूटी दे रहे थे।
यह जानकारी शुक्रवार को पीसी के दौरान एसपी मनीष कुमार ने दी। तस्करों ने पूछताछ में सिपाहियों के साथ सांठगांठ होने की बात स्वीकार की। डीएसपी इसकी जांच के लिए तत्काल चेकपोस्ट पहुंचे। वहां तैनात सिपाही रामाशंकर सिंह व शेषनाथ यादव का फोन चेक हुआ तो तस्करों से हुई उनकी बातचीत के प्रमाण मिले। एसपी ने आगे बताया तस्करी की भनक मिलते ही रात के वक्त सदर डीएसपी धीरज कुमार को एनएच 922 पर दलसागर टोल प्लाजा के पास तैनात किया गया। उनके साथ औद्योगिक के थानाध्यक्ष अविनाश व उनकी टीम भी मौजूद थी। सुबह होने से पहले एक स्कार्पियो वाहन आया। जब उसे रोका गया तो चालक भागने में सफल रहा। लेकिन, उसमें सवार दूसरा व्यक्ति दबोच लिया गया। इतने में टाटा की इंडिगो कार भी वहां पहुंची। जिसकी की सूचना पूर्व से थी। उसमें भी तीन लोग गिरफ्तार हुए।
उत्पाद विभाग के कर्मियों के फोन जांच के दौरान तीसरे वाहन के नंबर का भी पता चला। उस वाहन को भी जब्त किया गया। जिसे पुलिस के भय के कारण चालक सड़क किनारे खड़ा कर भाग गया था। गिरफ्तार तस्करों में भोला कुमार (18 वर्ष) निवासी भूतनाथ नगर, थाना अगमकुआं पटना, हनि कुमार मोसीनपुर, थाना खुसरूपुर, पटना, श्रीकांत पासवान साकिन मेकरा, जिला पटना व श्रीकांत पासवान, निवासी दीदारगंज पटना शामिल हैं। एसपी ने कहा रात के वक्त यह तस्कर अक्सर शराब लेकर जाया करते थे। इसकी भनक लगते ही गुरुवार की रात ही जांच शुरू करा दी गई थी। शुक्रवार की सुबह होते-होते शराब बरामद हुई। इसमें दो वाहनों में कुल 949 लीटर शराब तथा तीसरे में तस्करों के लाइनर मौजूद थे। पूछताछ में पता चला है, अक्सर यह सभी यूपी से शराब लेकर पटना जाते थे। जिनकी मिलीभगत उत्पाद विभाग के सिपाहियों से थी। इस आरोप में होमगार्ड के सिपाही शेषनाथ यादव व रामाशंकर सिंह गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
इतनी संवेदनशील नाका पर होमगार्ड की ड्यूटी क्यों लगायी जाती है?
उनकी नौकरी तो कम तनख्वाह में अनिश्चत होती है,वे गलत तो कर ही जायेंगे!