-महिला कर्मियों के हो रहे शोषण पर रोक व हटाए गए कर्मियों को पुन: रखने का बनाया दबाव
बक्सर खबर। डुमरांव के विधायक अजीत कुशवाहा की नजर डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के आउटसोर्सिंग पर है। क्योंकि तय मानक से कम कर्मियों की तैनाती हुई है। जो महिलाएं वहां काम करती हैं। उनके साथ गलत व्यवहार होता है। जो विरोध करती हैं उन्हें हटा दिया जाता है। इस बात को लेकर उन्होंने बुधवार को अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार और मैनेजर देवेन्द्र तिवारी को उन्होंने कॉफी खरी खोटी सुनाई।
पहले वे निरीक्षण के दौरान अस्पताल की महिला सफाईकर्मियों से मिले। कर्मियों ने उन्होंने बताया अस्पताल में नियम के हिसाब से 22 सफाई कर्मियों का पद है। जिसमें मात्र 12 महिलाएं ही तीन शिफ्ट में काम करती हैं। बाकी का कोई अता पता नहीं है। बाकी के बारे में ना तो सफाई कर्मी जानते हैं और ना ही अस्पताल के अन्य अधिकारी या कर्मचारी। सफाई का सारा जिम्मा महिला कर्मियों पर है। यहां तक की जेनरेटर चलाने वाला कर्मचारी भी अस्पताल में नहीं आता है। महिला सफाई कर्मियों के साथ सुपरवाइजर का काम कर रहे एक अन्य पुरुष सफाईकर्मी द्वारा बेहद अपमानजनक व्यवहार किया जाता है। उनके शरीर के बारे में बद्दी टिप्पणी किए जाने के साथ-साथ ही उनसे बेहद अश्लील बातें भी की जाती हैं।
यहाँ तक की मरीजों के शव को भी उठाने के लिए मजबूर किया जाता है। जब महिलाएं इनका विरोध करती हैं तो उसे या तो निकाल दिया जाता है अभी भी तीन सफाईकर्मियों को निकला गया है। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि कर्मियों के वेतन भुगतान में भी भारी और अनियमितता है। जिले के उच्च स्तरीय जांच में ये साबित होने के बावजूद भी आउटसोर्सिंग एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही हैं। विधायक ने डॉक्टर और प्रबंधक से कहा एक सप्ताह के बाद फिर मुलाकात होगी। इसके उपरांत जरुरत के अनुसार आवश्यक कदम उठाया जाएगा। इस दौरान नीरज कुमार, मो० नासिर हसन, सुरेंद्र प्रसाद सहित अन्य उपस्थित रहें।