– किला मैदान में दोपहर दो बजे बाद संपन्न होता है कार्यक्रम
बक्सर खबर। इस वर्ष किला मैदान में रावण वध का कार्यक्रम दोपहर दो बजे बाद संपन्न होगा। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो गई है। रावण का जो पुतला बना है। उसका कद 40 फीट का होगा। हालांकि यह पूर्व से पांच फीट कम है। ऐसा किन कारणों से हुआ है। महंगाई की मार पड़ी है या कुछ और वजह है। यह चर्चा जब निर्माणकर्ता जितेन्द्र शर्मा से हुई तो उन्होंने कहा इसकी मुख्य वजह पुतला खड़ा करने की परेशानी है। किला मैदान में पहले पुतला मैदान के कोने में हुआ करता था। लेकिन, सुरक्षा कारणों से पुतले की जगह बड़ी अटपटी तय हुई है। पिछले वर्ष काफी परेशानी हुई उसे लगाने में। क्रेन की मदद से खड़ा करना होता है।
लेकिन, वहां तक मशीन ले जाने में परेशानी होती है। इन सब कारणों से कद छोटा हुआ है। इस बार नया क्या है ? पूछने पर उन्होंने बताया रावण के सभी दस सिर में कोल्ड फायर होगा। अर्थात आग का फव्वारा फुटेगा। पहले रावण घाघरा व पाजामा में रहता था। जिसे पुराने लोग जामा-जोरा के नाम से जानते हैं। इस बार उसे धोती पहनाई गई है। एक और बदलाव हुआ है। वह तलवार लेकर खड़ा रहता था। लेकिन, इस वर्ष वह तीर धनुष के साथ नजर आएगा। मेघनाथ का पुतला 35 फीट का होगा। यह कार्यक्रम संपन्न होते-होते चार बज जाता है। जो लोग इसे देखने जाएं। वह सेचत रहें, कोई ऐसी हरकत नहीं करें। जिससे किसी को परेशानी हो। रावण का यह पुतला मिश्रवलिया के कलाकार तैयार करते हैं। इसके निर्माण पर लगभग 40 से 50 हजार रुपये का खर्च आता है।