-बपतिस्मा करा दिलाई जा रही थी बाइबल की शपथ, भोले-भाले लोगों को बनाया शिकार
बक्सर खबर। जिले में ईसाई मिशनरियां धर्म परिवर्तन का खेल बड़े पैमाने पर कर रही हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं है। लेकिन, ऐसा करने वाले लोग खुलकर बोलते नहीं। गुरुवार को सिमरी के नगपुरा गंगा घाट पर ऐसी ही लगभग 60 लोगों को बाइबल की शपथ दिलाई जा रही थी। सभी को गंगा में डुबकी लगवा माथे पर क्रॉस बनाया जा रहा था। यह कार्य आबादी से बहुत दूर निर्जन घाट पर चल रहा था। लेकिन, कुछ ग्रामीण युवकों की इस पर नजर पड़ गई। उन्होंने इसका वीडियो बनाया और सिमरी थाने को सूचना दी। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को भी।
हालांकि प्रशासनिक अधिकारी तो नहीं पहुंचे, लेकिन मौके पर पहुंच गई। ऐसा करने वाले पादरी और उसके सहायकों को थाने लगाया गया। पादी सैम जो खुद को तमिलनाडु का निवासी बता रहे हैं। वे सवालों के जवाब पर खामोश रहे। लेकिन, उनके सहयोग राजू राम ने बताया हम लोगों को बपतिस्मा के लिए यहां लाए थे। यह एक बाइबल की प्रक्रिया है। जिसमें लोग पुराना जीवन छोड़ नया जीवन शुरू करते हैं। जिन्हें बाइबल में आस्था होती है। लेकिन, धर्म परिवर्तन की बात पर वे इसे नकारते नजर आए। हालांकि उनके इन वाक्यों का मतलब ही पुरानी जीवन को बदलने वाली प्रक्रिया है। जो लोग बसों में भरकर कई गांवों से नगपुरा घाट लाए गए थे। उनमें महिलाएं, पुरुष सभी शामिल थे।
लेकिन, वे धर्म परिवर्तन करने की बात पर खामोश हो जा रहे थे। पुलिस इस मामले में क्या कदम उठा रही है। पूछने पर एसपी शुभम आर्य ने कहा पूछताछ चल रही है। किसी ने धर्म परिवर्तन की बात स्वीकार नहीं की है। लेकिन, स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत की है। उस आधार पर फिलहाल जांच चल रही है। वहीं सूत्रों के अनुसार इसमें शामिल लोग जिले के कई हिस्सों के लोग हैं। इसकी शिकातय लेकर थाने पहुंचे सोनू द्विवेदी ने बताया कि यह लोग महिलाओं की मांग से सिंदुर भी धुलवा रहे थे। हालांकि राजु राम जो मसिहि जमा के सदस्य हैं। उन्होंने इस बात को नकारा। लेकिन, अभी तक की पूछताछ में किसी ने यह स्वीकार नहीं किया है कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। एक दिव्यांग युवक ने पूछने पर यह बताया कि हमें कहा गया है। अगर तुम इशु मसिह में आस्था रखोगे, तो तुम चलने लगोगे। इस तरह का प्रलोभन की पूछताछ में सामने आया है। इसकी लिखित शिकायत विकास कुमार मिश्रा बड़का गांव, आशुतोष मिश्रा आदि ने पुलिस से की है।