-आज अहिरौली में विश्राम करेंगे श्रद्धालु, दूसरे दिन नारद आश्रम में जुटेंगे लोग
बक्सर खबर। अगहन माह की कृष्ण पक्ष की पंचमी को बक्सर की पंचकोशी परिक्रमा प्रारंभ होती है। आज वहीं तिथि है। इसके साथ ही बक्सर का मशहूर पंचकोशी मेला प्रारंभ हो गया है। परिक्रमा समिति के सदस्यों ने बुधवार को साढ़े दस बजे के लगभग रामरेखा घाट पहुंचकर विधिवत गंगा पूजन किया, स्नान व गंगा जल लेकर परिक्रमा के लिए रवाना हुए। वहीं दूसरी तरफ अहले सुबह से श्रद्धालु गंगा स्नान कर अहिल्या मंदिर पहुंच चुके थे। दोपहर होते-होते यह पूरा इलाका गुलजार नजर आने लगा।
सदर प्रखंड का अहिरौली गांव अब नगर परिषद में आ गया है। इस वजह से डीएम के निर्देश पर नप प्रशासन भी दो दिन पहले से यहां साफ-सफाई, रोशनी और श्रद्धालुओं के विश्राम की व्यवस्था में जुटा है। अहिल्या मंदिर से पहले ही यहां अहिरौली की बड़ी मठिया है। वहां श्रद्धालुओं के रात्रि विश्राम का इंताजम भी किया गया है। टेंट वगैरह लगाए गए हैं। यहां शीर्षक में भगवान हनुमान का जिक्र है। इसका अभिप्राय यह है कि हनुमान जी मांता अंजनी के पुत्र हैं। और वह माता अहिल्या की पुत्री हैं। इसी वजह से अहिरौली को भगवान हनुमान की ननिहाल भी कहते हैं।
समिति के सदस्यों ने बताया पकवान खाने का है विधान
बक्सर खबर। रामरेखा घाट पर पंचकोशी परिक्रमा प्रारंभ करने पहुंचे समिति के सचिव डॉक्टर रामनाथ ओझा, सूबेदार पांडेय आदि ने बताया कि आज मेले का पहला पड़ाव है। इस दौरान लोग अपने घरों से लाए गए भोजन को यहां ग्रहण करते हैं। इसके अलावा कुछ लोग वहीं बनाते और खाते हैं। यहां भोजन का कोई भेद नहीं। अपनी रूचि के अनुसार प्रसाद ग्रहण करें। श्रीराम-लक्ष्मण व माता अहिल्या का ध्यान करें। उनकी कृपा सभी को मिले। परिक्रमा करने से लोग पाप से मुक्त होते हैं।