श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित शोध संगोष्ठी में दिया व्याख्यान, सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र का मिला खिताब बक्सर खबर। शहर के पीपी रोड निवासी सीताराम पांडेय के पुत्र मीडिया अध्ययन में शिक्षक के रूप में काम कर रहें डॉ स्नेहाशीष वर्धन को श्रीलंका के मास मीडिया मंत्रालय और सरकारी सूचना विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राजधानी कोलंबो में आयोजित पहले कोलंबो अंतरराष्ट्रीय मीडिया शोध संगोष्ठी में उनके शोध पत्र दक्षिण एशियाई मीडिया क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा लाएं गए बदलावों के अध्ययन को सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र का खिताब मिला।इस शोध संगोष्ठी में कुल 14 देशों के मीडिया प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों ने हिस्सा लिया था और चार सत्रों में इसका संचालन हुआ जिसमें छह महीने के स्क्रूटनी के बाद 16 शोध पत्रों को चुना गया था।
डॉ स्नेहाशीष वर्धन ने श्रीलंका से वापस आने के बाद बताया कि 21 दिसंबर को कोलंबो में अंतरराष्ट्रीय मीडिया शोध संगोष्ठी का आयोजन हुआ था। उनके शोध पत्र में मेंटर के रूप में श्रीलंका के यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो के मीडिया प्राध्यापक डॉ धर्मकृथी श्रीरंजन और दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय गया के मीडिया प्राध्यापक प्रो डॉ आतिश पराशर का लगातार सहयोग मिला। साथ ही उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीलंका सरकार के जनसंचार मंत्री डॉ नलिंदा जयतिसा, सरकारी सूचना विभाग के महानिदेशक एच एस के बंडारा, कोरिया सॉन्गसिल यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक प्रो एरिक पार्क ने संबोधित किया तो वहीं समापन सत्र को यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो के कुलपति प्रो एच डी करुणारत्ने, मीडिया प्राध्यापक प्रो धर्मकृथी श्रीरंजन और श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त आयोग के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक प्रो अंकुरण दत्ता ने संबोधित किया। इसके अलावे मीडिया प्राध्यापक डॉ नयना शूरवीरा, प्रो ट्यूडर वीरासिंघे, श्रीलंका के सरकारी सूचना विभाग के सहायक निदेशक हर्षा बी अबेकून ने अपनी प्रमुख भूमिका निभाई।