बक्सर-पटना फोर लेन पर रोजाना लगने वाला जाम बना सिरदर्द

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– प्रशासन मौन, दुर्घटनाओं की बढ़ी संख्या, शाम ढलते ही जाम हो जाता है एक लेन                                                           बक्सर खबर। राष्ट्रीय राजमार्ग 922 (बक्सर-आरा फोर लेन) पर रोजाना ट्रकों के महाजाम ने इस क्षेत्र के लोगों के लिए यात्रा करना  चुनौती बन गया है। बक्सर के गोलंबर से लेकर पुराना भोजपुर तक 15 से 20 किलोमीटर लंबा जाम इस मार्ग पर एक आम दृश्य बन चुका है। ट्रकों की अनियमित पार्किंग और अव्यवस्थित यातायात प्रबंधन के कारण एक लेन पूरी तरह अवरुद्ध हो जाता है। जिससे दूसरी लेन पर गाड़ियों को चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यह स्थिति दुर्घटनाओं की संभावना को बढ़ा देती है और लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है।

 

फोर लेन बनने की खुशी बदल गई परेशानी में                     बक्सर खबर। फोर लेन सड़क का निर्माण जिलेवासियों के लिए उम्मीदों का संचार था। उन्हें विश्वास था कि यह मार्ग उनकी यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाएगा। लेकिन ट्रकों की भारी आवाजाही और जाम की समस्या ने इन उम्मीदों को निराशा में बदल दिया है। अब यह सड़क सुविधा की बजाय सिरदर्द बन गई है।

बक्सर गोलंबर पर जाम की वजह से फंसे वाहन

स्थानीय लोगों की समस्याएं                                            बक्सर खबर। रोजाना के जाम ने स्थानीय लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोग घंटों तक जाम में फंसे रहते हैं। जिससे उनके गंतव्य तक पहुंचने में देरी होती है। इसके साथ ही एम्बुलेंस और अन्य जरूरी सेवाओं की गाड़ियां भी जाम में फंस जाती हैं। जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है। ट्रकों के जाम के कारण आसपास के क्षेत्र में ध्वनि और वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है।

दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा                                            बक्सर खबर । एक लेन पूरी तरह से जाम होने के कारण दूसरी लेन पर विपरीत दिशा से आ रहे वाहनों के बीच टकराव की संभावना बढ़ जाती है। विशेष रूप से रात के समय, जब दृश्यता कम होती है, सड़क और अधिक खतरनाक हो जाती है।

प्रभावित व्यवसाय और यात्री                                          बक्सर खबर । इस मार्ग पर जाम के कारण व्यापार और परिवहन को भी भारी नुकसान हो रहा है। पटना और बक्सर के बीच नियमित यात्रा करने वाले यात्री और व्यापारी इस स्थिति से परेशान हैं। उनकी शिकायत है कि जाम के कारण समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है। रोजाना लगने वाले जाम ने फोर लेन सड़क के महत्व को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है।रोजाना के जाम ने यात्रियों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दी हैं। यह समस्या न केवल जिलेवासियों बल्कि अन्य राज्यों के यात्रियों को भी प्रभावित कर रही है। प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाले और सड़क को सुरक्षित व सुगम बनाए।

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