बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर से मिलेगी सुरक्षा बक्सर खबर। मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत जिले में ह्यूमन पेपिलोमा वायरस एचपीवी टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है। जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने सदर अस्पताल में आयोजित टीकाकरण शिविर का उद्घाटन किया और इसे महिलाओं के स्वास्थ्य की दिशा में मील का पत्थर करार दिया। उन्होंने कहा कि 9 से 14 वर्ष की बच्चियों को यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और यह भविष्य में सर्वाइकल कैंसर से बचाने में मददगार होगा। पहले चरण में जिले को 240 वैक्सीन उपलब्ध कराई गई हैं। इस अभियान की शुरुआत जासो स्थित कस्तूरबा गांधी उच्च विद्यालय की छात्राओं के टीकाकरण से हुई। अगले चरण में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों और राजकीय बालिका उच्च विद्यालयों में छात्राओं को टीका लगाया जाएगा।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया, ताकि अभिभावकों और स्कूलों में जागरूकता बढ़े और ज्यादा से ज्यादा बच्चियों को इस टीके का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा, “कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, और इस टीके से हम अपनी बेटियों को सुरक्षित कर सकते हैं।”
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनोद प्रताप सिंह ने बताया कि एचपीवी टीका सेर्वेवैक पूरी तरह से सुरक्षित और स्वदेशी है। इसे सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है और कई परीक्षणों के बाद इसकी आपूर्ति शुरू की गई है। पहले चरण के बाद जिले को और अधिक वैक्सीन मिलेंगी, जिससे यह अभियान प्रखंड स्तर तक भी पहुंचेगा। सिविल सर्जन डॉ शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती सहित अन्य अधिकारियों ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी 9 से 14 वर्ष की बेटियों को एचपीवी टीकाकरण के लिए जरूर प्रेरित करें। यह टीका सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करेगा और आने वाली पीढ़ी को इस गंभीर बीमारी से बचाएगा। इस अवसर पर उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष कुमार, अस्पताल प्रबंधक दुष्यंत सिंह, यूनिसेफ के एसएमसी कुमुद रंजन मिश्रा, यूएनडीपी के वैक्सीन कोल्ड चेन प्रबंधक मनीष सिन्हा, सीएफएआर के एसपीए अमित सिंह, सदर प्रखंड प्रबंधक प्रिंस कुमार सिंह, डाटा सहायक शशिकांत शर्मा, एएनएम नीलम वर्मा, अनीता पाल , शोभा कुमारी, डॉली कुमारी सहित स्कूल शिक्षक, स्वास्थ्यकर्मी और बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं।